कांकेर। कांकेर नक्सल समाचार: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में पुलिस ने दो हजार रुपये के नोट खपाते दो नक्सल सहयोगी को गिरफ्तार किया है। इन दोनों से कुल 27 लाख 62 हजार रुपये के 2000 के नोट बरामद किए गए हैं। एक आरोपी विपल्व कदार पखांजूर क्षेत्र का निवासी है, जबकि दूसरा रोहित कोरसा महाराष्ट्र के धोद्दूर में रहने वाला है। विपल्व को गढ़चिरौली पुलिस द्वारा घेराबंद करके गिरफ्तार किया गया है। उन्हें कांग्रेस कमेटी के जिला कार्यकारिणी सदस्य भी बताया जा रहा है।
नक्सलियों के पास से निकल रहे हैं दो-दो हजार के नोट
बताना चाहूंगा कि यह पहली घटना नहीं है जब पुलिस ने नक्सलियों के पैसों को पकड़ा है। इससे पहले भी कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। नक्सली अपने प्रभावित क्षेत्र के गांवों से ग्रामीणों को दो हजार रुपये के नोट देकर बैंक की शाखाओं में भेज रहे हैं। वे गांव के विभिन्न लोगों के खाते की पासबुक भी तलाश रहे हैं। दो हजार रुपये के नोटों को बैंक में जमा करके नए नोटों की वापसी कराने का दबाव बना रहे हैं। एक महीने पहले बीजापुर में नक्सलियों के सहयोगी से छह लाख रुपये की जब्ती हुई थी।
नक्सल कमांडर मल्लेश ने लगभग आठ लाख रुपये की रकम देकर इन्हें नोट बदलवाने के लिए भेजा था। इस मामले में दो लोग अभी जेल में हैं। उसके बाद दंतेवाड़ा में नक्सलियों के लिए बाइक खरीदकर जा रहे तीन नक्सल सहयोगी गिरफ्तार किए गए। मल्लेश ने उन्हें दो लाख रुपये देकर भेजा था। उनके पास से मोटरसाइकिल सहित एक लाख रुपये जब्त किए गए थे।
कुछ दिनों बाद, बीजापुर इलाके में, 17 जून को, नक्सल सहयोगी द्वारा दो हजार रुपये के नोटों से ट्रेक्टर खरीदने का प्रयास किया गया। उनसे दस लाख रुपया जब्त किया गया। इसके बाद, 29 जून और 1 जुलाई को, बासागुड़ा एलओएस कमांडर शंकर और आरपीएसी अध्यक्ष कुहरामी हड़मा के 25 लाख रुपये को बदलने का प्रयास कर रहे दो नक्सल सहयोगियों को बीजापुर पुलिस ने गिरफ्तार किया।
इनके पास से कुल सात लाख 80 हजार रुपये जब्त किए गए हैं। इन्होंने बची हुई राशि को बैंक खाते में जमा करवाने की बात कही है। बैंक को सूचित करके इन खातों को सील किया गया है। दो हजार रुपये के नोटों की लगातार जब्ती के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ा दी है।