दुर्ग
आज दुर्ग विधानसभा में हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में दुर्ग भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में बीजेपी कार्यकर्ताओ द्वारा एकत्रित होकर दोपहर 1 बजे गंज मंडी स्थित भेंट मुलाकात कार्यक्रम स्थल में जाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात करके दुर्ग विधानसभा की जनसमस्याओं एवं दुर्दशा के विषय में चर्चा कि जानी थी , लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुर्ग विधानसभा कि जनसमस्याओं एवं दुर्दशा के विषय में चर्चा करने से इतना डर गए कि जब बीजेपी जिलाध्यक्ष समेत उनके कार्यकर्त्तागण दुर्ग स्थित पटेल चौक के पास मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से चर्चा करने जाने के लिए एकत्रित हो रहे थे तब सीएम साहब ने प्रशासन कि सहायता से एकत्रित हुए जिलाध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा समेत 100 से अधिक बीजेपी कार्यकर्ताओ को बेमतलब गिरफ्तार करवाकर जनसमस्याओं एवं दुर्दशा से सम्बंधित सवालों के जवाब देने से बचने का प्रयास किया।
जनसमस्याओं एवं दुर्दशा जैसे महत्वपूर्ण विषय में राजनीति करना क्या एक मुख्यमंत्री के लिए शोभनीय है ?
आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जबरन कराये गए गिरफ़्तारी से साफ-साफ पता चलता है कि सीएम बघेल ने अपने कार्यकाल कि नाकामियों को छुपाने लिए ऐसी शर्मनाक राजनीति का प्रयोग किया , मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सिर्फ कांग्रेस के ही नहीं पुरे छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री है , लेकिन पार्टीवाद के चलते आज वो भूल गए कि राज्य में सक्रीय भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के लिए भी वही मुख्यमंत्री है लेकिन सवालों के डर से और पार्टीवाद के चलते आज एक महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा होने से रह गयी साथ – साथ यह भी पता चल गया कि अपनी साख बचने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा किस हद तक शर्मनाक राजनीति कि जा सकती है।
भाजपा के आमंत्रण में कोई राजनितिक द्वेष नहीं फिर सीएम द्वारा ऐसी हरकत क्यों ?
भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष द्वारा मुख्यमंत्री से भेंट मुलाकात के सम्बन्ध में पार्टी के कार्यकर्ताओ को जारी किये गए आमंत्रण में किसी भी तरह से कोई राजनितिक द्वेष का उल्लेख नहीं मिलता है , आमंत्रण में साफ – साफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम के सामने माननीय जैसे आदरवाचक शब्दों का प्रयोग किया गया और उनसे भेंट मुलाकात का उद्देश्य सिर्फ दुर्ग विधानसभा कि जनसमस्या एवं दुर्दशा के विषय में चर्चा करना उल्लेखित है , लेकिन सीएम साहब को डर ऐसा कि जिलाध्यक्ष समेत कार्यकर्ताओ को अकारण गिरफ्तार करवाके भिलाई सेक्टर 6 स्थित पुलिस कण्ट्रोल रूम में बंद करवा दिया गया , जिससे जनसमस्या एवं दुर्दश कि बात जनता के सामने न आ सके एवं सरकार के कार्यकाल कि नाकामी सामने न आ सके।
जनसमस्याओं एवं दुर्दशा के विषयो को मीडिया के सामने आने से रोका गया
जैसे ही इस असंवैधानिक शर्मानक घटना कि जानकारी cgsuperfast न्यूज़ कि टीम को मिली तब cgsuperfast न्यूज़ कि टीम सेंक्टर 6 स्थित पुलिस कण्ट्रोल रूम जबरन गिरफ्तार किये गए जिलाध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा एवं अन्य कार्यकर्ताओ से मिलकर मामले से संम्बन्धित जानकारी लेने पहुंची
लेकिन वहाँ प्रशासन कि तानाशाही देखने को मिली , cgsuperfast न्यूज़ पत्रकार आयुष वैष्णव ने जब जिलाध्यक्ष समेत अन्य कार्यकर्ताओ से मिलने का प्रयास किया तब दुर्ग विधानसभा के जनसमस्याओं एवं दुर्दशा के विषय को छुपाने के लिए अवैधानिक तरीके से पत्रकार आयुष वैष्णव को वहाँ मौजूद पुलिसकमियों एवं सेनाबल द्वारा अंदर जाने से रोका गया जिससे पता चलता है कि अपनी कमियों को छुपाने के लिए किस तरीके से भूपेश सरकार द्वारा किस तरीके से प्रशासन का इस्तेमाल राजनितिक महत्वकांक्षाओ के लिए किया गया , सवाल उठता है आखिर क्यों जनसमस्याओं के विषय में चर्चा करने से डरे भूपेश बघेल !