अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को राज्य का पहला उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर उनके गृह नगर अंबिकापुर में ही नहीं, पूरे सरगुजा संभाग में खुशी की लहर है। कल रात कांग्रेस पार्टी ने उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की घोषणा की तो उनके समर्थक कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने नगर के विभिन्न चौकों और चौराहों पर जमकर आतिशबाजी की। ढोल नगाड़ों के साथ निकले और जश्न मनाया।
उनके निवास कोठी घर में उनके भतीजे और सरगुजा रेडक्रॉस सोसायटी के चेयरमैन, जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंहदेव की मौजूदगी में जमकर आतिशबाजी हुई और एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी गई। इस अवसर पर आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने कहा कि सरगुजा संभाग के लोग तो उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते थे, किन्तु साढ़े चार साल बाद ही सही पर उन्हें जो सम्मान दिया गया है, उसे सरगुजा के विकास को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरगुजा के विकास के लिए वे कृत संकल्पित हैं।
उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री के रूप में जो काम किया है, उसकी पूरे देश में चर्चा हो रही है। इस कार्य की जिम्मेदारी चुनाव से पहले पार्टी द्वारा सौंपी गई थी, जो काफी महत्वपूर्ण है। अब जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। कार्यकर्ता उत्साहित हैं और इसका प्रभाव आगामी चुनाव में भी दिखेगा। इस दौरान, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष डॉ. जेपी श्रीवास्तव ने कहा कि यह सरगुजा की जनता के सम्मान का प्रतीक है।
सरगुजा क्षेत्र के मुखिया को उपमुख्यमंत्री बनाकर पार्टी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सम्मान बढ़ाया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कहा कि लंबी प्रतीक्षा के बाद सरगुजा के कार्यकर्ताओं को उत्साहित होने का मौका मिला है। टीएस बाबा का राजनीतिक कद निश्चित रूप से बढ़ा है। इसका फायदा सरगुजा के विकास को मिलेगा।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को छत्तीसगढ़ का पहला उपमुख्यमंत्री बनाए जाने का जश्न अभी भी मनाया जा रहा है। आज राजीव भवन में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जहां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सामर्थ्य के प्रति आभार प्रकट किया जाएगा। इसके साथ ही आतिशबाजी भी आयोजित की जाएगी। उसके अलावा, युवा कांग्रेस सरगुजा ने नगर के घड़ी चौक पर जश्न मनाने की तैयारी की है। सरगुजा के साथ ही सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, चिरमिरी और मनेंद्रगढ़ जिलों में भी जश्न का माहौल है।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अंबिकापुर के छोटे से नगरपालिका में अध्यक्ष के रूप में चुनावित होकर राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखना शुरू किया था। इसके बाद से उन्होंने निरंतर कांग्रेस के हित में काम किया है। मध्य प्रदेश के अविभाजित काल में भी उन्हें कई पदों पर जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद, अजीत जोगी के प्रशासनिक काल में टीएस सिंहदेव को राज्य वित्त आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। इसके बाद कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में कमान संभाली। भाजपा के शासन के बाद 15 साल बाद यह बदलाव हुआ। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष का कार्य निभाया। उन्हें अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र का सीमांकन करने के बाद सामान्य सीट प्राप्त हुई और उन्होंने अंबिकापुर से विधायक के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
वर्ष 2013 में, पांच लगातार वर्षों तक अपने विधानसभा क्षेत्र में कार्य करने के परिणामस्वरूप, टीएस सिंहदेव को दूसरी बार चुनाव जीतने का अवसर प्राप्त हुआ। वे दूसरी बार विधायक बनकर विधानसभा में पहुंचे और विधानसभा के प्रतिपक्ष के नेता नियुक्त किए गए। पांच लगातार वर्षों तक प्रतिपक्ष के नेता के रूप में रहते हुए, उन्होंने पूरे प्रदेश में चर्चा में आए। वर्ष 2018 के चुनाव में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई और उन्हें जन घोषणापत्र समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। पूरे प्रदेश में हर वर्ग के लोगों के साथ बैठकर, उन्होंने घोषणा पत्र तैयार किया जिसका चुनाव में बड़ा प्रभाव था।
उन्होंने सरगुजा संभाग सहित पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदार के रूप में ऊभरे थे, लेकिन स्वास्थ्य विभाग का दायित्व उन्हें सौंपा गया। इस बीच, अब उन्हें छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री बनने का मौका मिला है, जिससे क्षेत्र की जनता की उम्मीदें और बढ़ गई हैं।