भारतीय डाकघर बचत योजनाओं में मिल रहा है तगड़ा ब्याज और कंपाउंडिंग का फायदा

ये बचत योजनाएं भारतीय डाकघर द्वारा चलाई जाती है और यह देशभर में विभाग के कार्यालयों के माध्यम से उपलब्ध होती हैं. किसी भी बचत योजना में क्या रिटर्न मिल रहा है इस पर ही निवेशक का पूरा ध्यान होता है.

नई दिल्ली: भारतीय डाकघर में संचालित सेविंग्स स्कीम भारत सरकार द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण बचत योजना है, जो देश के नागरिकों को सबसे सुरक्षित बचत का विकल्प प्रदान करती है। ये बचत योजनाएं भारतीय डाकघर द्वारा संचालित होती हैं और इन्हें देशभर में विभाग के कार्यालयों के माध्यम से उपलब्ध किया जाता है। बचत योजना में निवेशक का ध्यान प्राथमिकता से रिटर्न पर रहता है, क्योंकि पोस्ट ऑफिस की योजनाओं में ब्याज दरें महत्वपूर्ण होती हैं। यह ब्याज दरें नागरिकों को उनकी बचत के लिए मिलने वाले रिटर्न की दर तय करती हैं।

इंडिया पोस्ट ऑफिस द्वारा संचालित नेशनल सेविंग्स स्कीम (भारतीय डाकघर बचत योजना) में ब्याज दरें समय-समय पर सरकार द्वारा संशोधित की जाती हैं, ताकि नागरिकों को बचत के लिए आकर्षक ब्याज दर प्राप्त हो सके और सरकार अर्थव्यवस्था में हो रहे बदलाव का संभाल भी सके। भारतीय डाकघर बचत योजनाओं में विभिन्न ब्याज दरें अपनाई जाती हैं।

पोस्ट ऑफिस में बचत खाता खोलने पर सालाना 4 फीसदी की दर से ब्याज दिया जाता है। इसके साथ ही यहां पर सेविंग करने पर एक फायदा भी होता है। यहां पर एक साल तक के लिए डिपॉजिट करने पर कंपाउंडिंग ब्याज भी मिलता है। यह कैसे होता है, इसे जान लेते हैं। यहां पर साल भर के लिए डिपॉजिट करने पर 6.8 प्रतिशत के साथ ब्याज दिया जाता है। लेकिन यहां पर हर तीन महीने के बाद कंपाउंडिंग ब्याज दिया जाता है। इसका मतलब है कि यदि कोई 10,000 रुपये जमा करता है तो उसे सालाना 698 रुपये के रूप में ब्याज प्राप्त होंगे।

पोस्ट ऑफिस में दो साल की जमा पर 6.9 प्रतिशत सालाना ब्याज दर दी जाती है। यहां पर कंपाउंडिंग का फायदा दिया जाता है। यहां पर भी हर तिमाही में ब्याज को कंपाउंडिंग कर दिया जाता है। इस दौरान, यदि किसी ने 10,000 रुपये जमा किए हैं, तो उन्हें साल के अंत में 708 रुपये के रूप में ब्याज प्राप्त होगा।

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