जांजगीर चांपा – जिले के बानाहिल गांव में अल्टो कार में सवार होकर 2 अज्ञात व्यक्ति आए और महंगी आइसक्रीम लेने की बात कही। महंगी आइसक्रीम नही होने की बात को लेकर दुकान संचालक रामनाथ और छोटा बेटा आशीष के साथ गली गलौच की जिसके बाद वह से चला गया। कुछ देर बाद 10 से 12 लोग आए और दुकान में तोड़ फोड़ करते हुए मारपीट की गई। जिसमे दुकान संचालक के दोनो बेटे आशीष और नीरज को चोट आई है। प्रथिमक उपचार के बाद बिलासपुर रेफर किया गया है।
मिली जानकारी अनुसार, रामनाथ उम्र 56 साल निवासी बनाहील जोकि किराना दुकान का संचालन करता है। बताया की नीला रंग के अल्टो कर में 2 बच्चे और 2 व्यक्ति दुकान के पास आए जिसमे से एक व्यक्ति ने दुकान आकर आइसक्रीम देने को कहा। जिसमे मेरे द्वारा 3 नग आइसक्रीम दिया गया ,जिसपर कहा की और इसे महंगी आइसक्रीम देने को कहा जिस पर मंहगी आइसक्रीम नही होने की बात कही जिसके बाद अक्रोषित होकर अश्लील गाली गलौज करने और जान से मारने की धमकी देते हुए अपनी कर से चला गया। कुछ देर बाद मुलमुला थाने से सस्पेंड आरक्षक धर्मेंद्र बंजारे अपने 10 से 12 लोगो के साथ आया और दुकान के अंदर घुसकर मारपीट करने लगा और दुकान के समान की तोड़ फोड़ की गई। वही बीच बचाव के लिए आए बड़ा बेटा नीरज कैवर्त्य उम्र 30 साल जोकि उचित मूल्य दुकान में सेल्स मेन का काम करता है। वही छोटा बेटा आशीष उम्र 26 साल दुकान चलता है। दोनो के साथ लोहे के रौड और लाठी डंडे से मारपीट की गई। जिसे नीरज की सर पर गंभीर चोट आई है वही आशीष के कमर और शरीर के कई हिस्सों में चोट आई है। दोनो को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहा प्राथमिक उपचार किया गया हालत गंभीर होने पर नीरज को बिलासपुर रेफर किया गया है।
मुलमुला थाने में बर्खास्त आरक्षक धर्मेंद्र बंजारे और अन्य उसके साथियों के खिलाफ धारा 294,506,323,34 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। और मामले की जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि मुलमुला थाने पदस्थ आरक्षक धर्मेंद्र बंजारे जोकि 1 साल पूर्व अपने थाना प्रभारी के ऊपर ही बंदूक दिखते हुए मारने की धामी दी थी जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने उसे पुलिस विभाग की सेवा से बर्खास्त किया गया था ।