कांग्रेस और बीजेपी में बदलाव को लेकर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। बीजेपी और कांग्रेस के नेता इस मामले में दोनों एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। जहां बीजेपी नेताओं के दिल्ली जाने पर सीएम भूपेश समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने बीजेपी पर निशाना साधा, तो वहीं अब कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के दिल्ली कूच पर बीजेपी के नेता तंज कस रहे हैं।
एक तरफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को सूरत गए तो, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत दिल्ली गए हुए हैं। हालांकि पीसीसी चीफ मोहन मरकाम दिल्ली नहीं गए हैं। वे अपने गृहग्राम कोंडागांव में ही हैं। उनके दिल्ली नहीं जाने पर बीजेपी नेता चुटकी ले रहे हैं।
हाईकमान का हर निर्देश सर्वमान्य: मरकाम
दूसरी ओर मरकाम ने कहा कि जब दिल्ली से वरिष्ठ नेताओं का न्यौता आएगा, तभी वह दिल्ली जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष बदलने का कार्य हाईकमान का होता है। पार्टी हाईकमान का जो भी आदेश होगा, मैं उसका पालन करूंगा। पार्टी ने मुझे पीसीसी चीफ की जिम्मेदारी दी थी, जिसे मैंने 4 साल तक पूरी ईमानदारी के साथ निभाया। हाई कमान का हर निर्देश सर्वमान्य है, जो जिम्मेदारी मिलेगी, उसे निभाऊंगा।
विधानसभा चुनाव में सात महीना शेष
छत्तीसगढ़ में चुनावी साल है। विधानसभा चुनाव होने में केवल सात महीने ही बचे हैं। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों हीं पार्टियां सक्रिय हो गई हैं। अपने-अपने स्तर पर पार्टी नेताओं को अहम जिम्मेदारी देने और बदलाव करने में लगी हैं। कांग्रेस अध्यक्ष दिल्ली में पार्टी नेताओं की बैठक लेने वाले हैं। इसमें पीसीसी चीफ का फैसला हो सकता है।