भिलाई के चिन्हारी साहित्य समिति द्वारा आयोजित विमोचन, गोठबात एवं सम्मान समारोह में इस वर्ष शिक्षाविद और साहित्यकार डॉ. दीनदयाल दिल्लीवार को चिन्हारी सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय चयन समिति द्वारा लिया गया है। वर्तमान में वे हिंदी के पद पर शासकीय नवीन महाविद्यालय बेलौदी, बालोद में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। वे छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. तेजराम दिल्लीवार के सुपुत्र हैं। उनकी रचनाएं कहानी, कविता, व्यंग्य, लघुकथा, समीक्षात्मक लेख-आलेख के रूप में प्रसिद्ध पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। अब तक 75 रचनाएं उनके द्वारा प्रकाशित हो चुकी हैं। डॉ. दीनदयाल दिल्लीवार हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग में पी.एच.डी. शोध निर्देशक के रूप में शोधार्थियों को मार्गदर्शन दे रहे हैं।
इस वर्ष यह कार्यक्रम 9 जुलाई दोपहर 1 बजे से स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुड़को भिलाई में आयोजित होना है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पद्मश्री डॉ.ममता चंद्राकर, कुलपति – इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़, अध्यक्षता डॉ. भूपेंद्र कुलदीप, कुलसचिव- हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग, विशेष अतिथि के रूप में माननीय कुंवर सिंह निषाद संसदीय सचिव – संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन , डॉक्टर अभिनेश सुराना, अध्यक्ष – हिंदी अध्ययन मंडल हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग, डॉक्टर विद्या चंद्राकर – राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद रायपुर, सी.एल. ठाकुर , प्राचार्य – शासकीय नवीन महाविद्यालय बेलौदी बालोद एवं कोमल प्रसाद दिल्लीवार, समाज सेवक – दिल्लीवार कुर्मि समाज शामिल होंगे। वक्ता के रूप में डॉक्टर राजेश श्रीवास , अध्यक्ष -हिन्दी अध्ययन मण्डल पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर, डॉक्टर मृदुला सिंह , अध्यक्ष – हिन्दी अध्ययन मण्डल संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय अम्बिकापुर सरगुजा, डॉक्टर डी. एस. ठाकुर , अध्यक्ष – हिन्दी अध्ययन मण्डल अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर , डॉक्टर आर.पी. टंडन, अध्यक्ष – हिन्दी अध्ययन मण्डल शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय जगदलपुर बस्तर , डुमन लाल ध्रुव – जन संपर्क अधिकारी जिला पंचायत धमतरी शामिल होंगे।
इस प्रतिष्ठित आयोजन में, निर्मला (प्रेमचंद) छत्तीसगढ़ी अनुवाद की अनुवादक दुर्गा प्रसाद पारकर और सरला (दुर्गा प्रसाद पारकर) बहु हाथ के पानी का हिंदी अनुवाद की अनुवादक शैलेंद्र पारकर का सम्मान किया जाएगा। इसके अलावा, राजा के विकास यात्रा (व्यंग संग्रह) नामक पुस्तक का विमोचन दुर्गा प्रसाद पारकर द्वारा किया जाएगा। इस कार्यक्रम का संचालन सीताराम साहू (श्याम) एवं आभार डॉ. हंसा शुक्ला करेंगे।