रायपुर।
बैंक कर्मचारियों के साथ मारपीट मामले में बृहस्पत सिंह का बयान सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि क्या हम सरकार में रहने के बाद इतने कमजोर हो गए हैं कि किसानों को उनका हक नहीं दिला सकते। विधायक होने के बाद भी किसानों का खाते का पैसा गायब होते देखते रहें। क्या हम उनका भुगतान नहीं करा सकते। किसान परेशान हो रहे हैं, जानकारी लेने पर उल्टा अपमानित किया जाए, उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि मैने कर्मचारियों को एक—एक झापड़ मारा है लेकिन किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे, इसके लिए जो भी सजा होगी मुझे मंजूर है।
मारपीट मामले में विधायक बृहस्पत सिंह ने मारपीट की बात कबूली और कहा कि अधिकारी किसानों के पैसे गबन कर रहे थे। फर्जी साइन कर सैकड़ों किसानों के पैसे हड़प लिए। बोरा, सुतली, तौलाई के भी पैसे ले लिए। शिकायत पर बात करने गए तो उनसे भी बदतमीजी की। किसान की पीड़ा से भावुक होकर दोनों को पीटा। जो किया अच्छा किया, कोई अफसोस नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सवाल न करे, रामविचार नेताम कई कांड कर चुके हैं। कर्मचारी हड़ताल क्या राष्ट्रपति के पास शिकायत कर लें, भाजपा काल के अधिकारी एजेंट बन कर काम कर रहे है। गलत किया तो आगे भी पीटूंगा।
इस मामले में भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप का बयान भी आया है उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक हताशा में आ चुके हैं। जनता के सवालों के जवाब नहीं दे पा रहे हैं। ना ही कोई जनता का काम करवा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों से मारपीट करने वाले विधायक को तुरंत पद मुक्त किया जाए। इस घटना ने छत्तीसगढ़ को शर्मसार किया है।