अंडा- शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ ने शिकसा के लिये कर रहे उल्लेखनीय योगदान एवं निरंतर सफल संयोजन को देखते हुए शिकसा के प्रांतीय टीम ने शिकसा महोत्सव 2023 के सफल संयोजन के लिये डॉ.शिवनारायण देवांगन”आस” को शिकसा उत्कृष्ट संयोजक सम्मान से सम्मानित किया गया।
यह सम्मान शिकसा महोत्सव में मुख्य अतिथि चंद्रदेव राय संसदीय सचिव,अध्यक्षता महंत राजेश्री रामसुंदर दास,विशिष्ट अतिथि शाकंभरी बोर्ड अध्यक्ष रामकुमार पटेल, सदस्य अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण रत्नावली कौशल, इंजीनियर रवि पांडेय एव उपस्थित सभी अतिथियो ने डॉ. शिवनारायण देवांगन”आस” को प्रदान किया ।
डाॅ.शिवनारायण देवांगन “आस” शास.उच्च.माध्यमिक शाला अंजोरा (ख)दुर्ग के व्याख्याता जीवविज्ञान विषय के पद कार्यरत है।
शिवनारायण उच्च योग्यता एम.एस.सी., बी.एड.आयुर्वेद रत्न, पत्रकारिता,विद्या-वाचस्पति, मानद पी.एच.डी.,साहित्य-रत्न,आचार्य आदि) हासिल कर बहुआयामी कार्य को आज अंजाम दे रहा है शिक्षा, साहित्य, सांस्कृतिक, खेल,समाज सेवा या अन्य क्षेत्र सभी में पारंगत हैं ।
अब तक 02 राष्ट्रीय साहित्यकार परिचायिका-सजग कलम से,आस साहित्यकार विवरणिका ,17 राष्ट्रीय साहित्य संकलन- मुस्कान, महिमा कलम की, काव्य दृष्टि, वतन की राह में, फूल खिलते रहेंगे,शून्य से शिखर तक,एक दीप जला देना,नमन करें मातृभूमि को,शब्द मंथन,दृव्य दृष्टि, मन की आवाज़,साहित्य साधना, साहित्य के सितारे, त्रिवेणी, देव का आंगन,अच्छे दिन की तलाश,शिक्षक साहित्यकार दर्पण, नारी विशेषांक- अबला नहीं नारी ,05 काव्य संग्रह संपादन- कुसुम कुमुदनी, माटी के मोती, अमन के मोती, अमन की पुकार, अमन का चमन,पहंदा की डायरी- प्रेरणा दर्पण, नाट्य कृति- दुख का अंत, शिकसा का इतिहास -शिकसा दर्शन, स्वयं की काव्य कृति- वक़्त ये कहता है, 03 सामाजिक पत्रिका- परमेश्वरी दर्शन, प्रगति की ओर और समाज के गौरव का संपादन व प्रकाशन कर चुके है।
कई सम्मान अब तक प्राप्त हो चुका है जिसमें आचार्य, बीसवीं शताब्दी रत्न,कवि भूषण, समाज के गौरव,उत्कृष्ट साहित्यकार सम्मान, साहित्य शिरोमणि सम्मान, कवि रत्न, उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान, आर्दश शिक्षक सम्मान, अटल बिहारी वाजपेयी सम्मान, उत्कृष्ट संयोजक सम्मान, ऋतंभरा साहित्य सम्मान, कबीर अभिनंदन सम्मान, भारत माता अभिनंदन सम्मान, पर्यावरण मित्र सम्मान, रस-खान सम्मान, राष्ट्रीय साहित्य पुरोधा सम्मान सहित कई सम्मान से सम्मानित हो चुके है।
वहीं समाज सेवा के क्षेत्र में अब तक सैकड़ों कार्यक्रम का आयोजन कर चुके हैं। वर्तमान में शिक्षक व छात्र के सर्वागीण विकास के लिए कार्य करने की बहुआयामी संस्था का गठन किया शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ जिसका संस्थापक व संयोजक के रूप में कोरोना काल में जुलाई 2020 से अब तक 300 से ज्यादा कार्यक्रम अनलाइन व ऑफलाइन करके मिसाल बना चुका है ।
वर्तमान मे संस्थापक व संयोजक -शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़, संयोजक बहुआयामी संस्था प्रेरणा, संरक्षक-दुर्ग जिला दिव्यांग संघ, प्रातांध्यक्ष-शिक्षक साहित्यकार मंच, संस्थापक-शिखर साहित्य समिति, व संपादक- महिमा प्रकाशन दुर्ग सहित कई संस्था के पदाधिकारी व सदस्य के रूप में कार्य कर रहे हैं ।