अहमदाबाद में भारत के एक अनूठे मामले का खुलासा हुआ है। इस मामले का संबंध एसवीपीआई हवाई अड्डे के साथ है, जहां 3.22 किलोग्राम ‘ब्लैक कोकीन’ की गिरफ्त में आई है। यह एक डिजाइनर नशीली दवा भी है, जिसे आमतौर पर ‘ब्लैक कोकीन’ के रूप में जाना जाता है। राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के अधिकारियों ने इस तस्करी को पकड़ा है। इस मामले में, ‘ब्लैक कोकीन’ की जब्ती भारत में संभवतः पहली बार हुई है, जबकि इसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 32 करोड़ रुपये के आसपास बताई जा रही है।
ट्रॉली एवं केबिन बैग की गहन जांच के बाद भी नहीं चल सका ड्रग्स का पता…
वास्तव में, डीआरआई को यह गुप्त जानकारी मिली कि एक ब्राजीली व्यक्ति ब्राजील से साउ पाउलो हवाई अड्डे के माध्यम से अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की यात्रा कर रहा है और वह भारत में कोकीन तस्करी करने की कोशिश में है। डीआरआई के अधिकारियों ने अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उक्त ब्राजीली व्यक्ति को रोका है। यह यात्री एक टूरिस्ट वीजा के तहत यात्रा कर रहा था। उसके साथ-साथ ट्रॉली और केबिन बैग की मूल्यांकन हुई और उसमें छिपे हुए नशीली दवाओं की पहचान नहीं हो सकी।
इस चालाकी से की जा रही थी ब्लैक कोकीन की तस्करी…
हालांकि, डीआरआई के अधिकारियों ने खोजा कि दोनों बैगों के निचले हिस्से और दीवारों में एक मोटी रबर जैसी सामग्री मौजूद थी, जो बहुत कमजोर थी और जब इस पर दबाव डाला गया, उससे दानेदार सामग्री निकल रही थी। इस सामग्री की जांच एक फॉरेंसिक साइंस लैब की टीम द्वारा विशेष फील्ड-टेस्टिंग किट की सहायता से की गई, जिससे उसमें कोकीन होने की पुष्टि हो गई। इसके बाद, इस 3.22 किलोग्राम के नशीले पदार्थ को एनडीपीएस अधिनियम 1985 के प्रावधानों के तहत जब्त किया गया। उस यात्री ने कोकीन तस्करी में अपनी सक्रिय भूमिका होने की स्वीकृति दे दी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
क्या है ब्लैक कोकीन?
वास्तव में, ‘ब्लैक कोकीन’ एक डिजाइनर दवा है (Black Cocaine Designer Drug)। इसे कोकीन में चारकोल और अन्य रसायनिक पदार्थों के मिश्रण से तैयार किया जाता है, जिससे यह नशीली दवा बनती है। इसे काले रबर की तरह छिपाने और खोजने के लिए खोजी कुत्तों और फील्ड-टेस्टिंग किट को भी इसकी पहचान करने में असफल होने के लिए तैयार किया जाता है। यह कोकीन की तस्करी करने की अद्वितीय रणनीति है और डीआरआई के अनुसार यह पहला मामला है जहां ‘ब्लैक कोकीन’ को जब्त किया गया है।