4 अप्रैल को हुए घटनाक्रम के बारे में लोगों की जागरूकता बढ़ाने के लिए एक यात्री ने ट्वीटर पर अपनी बात रखी है। यात्री ने इस व्यथा को बताते हुए कहा कि हसदेव एक्सप्रेस बिलासपुर से रायपुर जा रही थी और इसे दूसरी ट्रेनों को पास करने के नाम पर रोक दिया गया था। इससे सभी ट्रेनों के यात्रियों के समय का सम्मान नहीं किया जा रहा था।
बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर दो ट्रेनों का अंतराल केवल 5 मिनट था और बाद में आने वाली ट्रेन को ग्रीन सिग्नल दे दिया गया था। दूसरी ट्रेन के यात्रियों को इससे खुशी हुई कि उनकी ट्रेन बाद में आने के बावजूद पहले छोड़ दी गई थी। लेकिन इस रोक-टोक से यात्रियों को काफी तकलीफ हुई और यह उनके समय और समझ से परे था। दूसरी ट्रेन को खड़ा करने से लेकर, यात्रियों को भारी नुकसान होता है।
इस वाकये से स्पष्ट है कि ट्रेनों के संचालन के नियमों के साथ-साथ यात्रियों के समय और मान-सम्मान का ध्यान भी रखा जान