“लोकतंत्र बचाओ मशाल यात्रा” का आयोजन रविवार को कांग्रेस पार्टी द्वारा किया गया था, जिसमें कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता देवकीनंदन चौक पहुंचे थे। नेता इस मौके पर कार्यक्रताओं को संबोधित कर रहे थे, लेकिन मंच अधिक भीड़-भाड़ के कारण गिर गया। इस दौरान, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी और पीसीसी सचिव आशीष सिंह सहित आधा दर्जन से अधिक नेता घायल हो गए।
इसी विरोध के चलते, कांग्रेस ने रविवार को लोकतंत्र बचाओ अभियान के तहत मशाल यात्रा निकाली थी। रैली गांधी चौक से शुरू हुई और देवकीनंदन चौक तक जारी रही। इस मौके पर, कांग्रेस के बहुत से पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे। नेताओं के लिए देवकीनंदन चौक के पास ही एक मंच बनाया गया था, जहां से वे अपने संबोधन कर सकते थे
इस मशाल यात्रा के दौरान देवकीनंदन चौक के पास मंच पर स्थान लेने वाले कई कांग्रेसी नेताओं ने लोकतंत्र और संविधान के महत्व को बताया और राहुल गांधी की सांसद सदस्यता समाप्त करने के विरोध में आवाज उठाई।
इस अभियान के दौरान जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य आशीष सिंह समेत आधा दर्जन से भी अधिक नेताओं ने मंच पर संबोधन दिया था।
इस मशाल यात्रा में शामिल हुए कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता ने लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए संकल्प लिया। वे इस अभियान के माध्यम से राजनीतिक दलों को एकजुट होकर लोकतंत्र के महत्व को समझने और इसे संरक्षित करने की अपील करते हुए देशवासियों से जुड़ने की अपील की।
इस घटना के बाद कांग्रेस दल में इस मामले पर तीखी बहस शुरू हो गई है। कुछ नेता राहुल गांधी के विरोध में खड़े हो रहे हैं जबकि कुछ दूसरे नेता उनके समर्थन में खड़े हो रहे हैं