भिलाई आरपीएफ पोस्ट भिलाई के जवानों ने एक मां को उसके बेटे से मिलाया। दरअसल 10 वर्षीय नाबालिग 9 जून को दुर्ग रायपुर लोकल में अपनी साइकिल के साथ सवार हो गया। उसे अपने घर जाने की जल्दी थी। उसे पावर हाउस रेलवे स्टेशन में उतरना था लेकिन वह भिलाई रेलवे स्टेशन में पहुंच गया लोकल ट्रेन भिलाई रेलवे स्टेशन पर आधी रात 12.20 बजे पर पहुंची थी बच्चे पर आरपीएफ पोस्ट भिलाई के आरक्षक एचआर सैनी की नजर पड़ी और पूछताछ करने पर अपना नाम साकेत चन्द्रकार पिता सनत चंद्राकर निवासी नेहरू नगर बताया। वह किसी का मोबाइल नंबर नहीं बता पा रहा था। इसकी सूचना आरक्षक सैनी ने उपनिरीक्षक आरके राठौर को दी।
उक्त बालक को आगे पूछताछ करने पर बताया कि वह 9 जून को दोपहर अपने घर से सायकल के साथ खेलने के लिए बिना बताये निकला था और वह सायकल चलाते हुए दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंच गया। समय ज्यादा होने के कारण एवं जल्दी घर पहुंचने के लिए वह सायकल के साथ लोकल गाडी में बैठकर भिलाई पावर हाउस के लिए चढ़ गया किन्तु उक्त गाडी ठहराव कम होने एवं सायकल के साथ नहीं उतर पाने के कारण आगे स्टेशन भिलाई -03 में उतर जाना बताया चुंकि उक्त बालक के द्वारा किसी भी रिस्तेदार या माता-पिता का मोबाईल नम्बर मालूम नहीं होने से आरपीएफ बैटक भिलाई में रखा गया। बालक को 10 जून को उपनिरीक्षक आरके राठौर के नेतृत्व में हमराह प्रधान आरक्षक डी चौहान, आरक्षक एचआर सैनी व आरक्षक जय कुमार के साथ उक्त बालक के द्वारा बताये हुए पते नेहरू नगर भिलाई पर पहुंचे तो वहां पर पुन: साकेत कालोनी दुर्ग बताया ऐसे में उनके पते की जानकारी लगा पाना मुश्किल हो रहा था वाट्सएप ग्रुप से मिली सहायता दुर्ग पहुंचने के बाद पुलिस स्टॉफ को एक वाट्सएप गुरप में बच्चे की फोटो वायरल होने की बात पता चली | वाट्सग्रुप से मोबइल नंबर निकालकर बात करने पर डिलेश्वर चन्द्रकार नाम के व्यक्ति ने बताया कसाकेत चन्द्रकार का रिस्तेदारी में फूफा है बालक निवास स्थान कोलिहापुरी थाना – पुलगांव बताया उन्होंने बताया कि साकेत चन्द्राकर 9 जून को शाम 3 बजे बिना बताये सायकल लेकर घर से निकल गया था और देर रात तक नहीं आने पर उसका रिपोर्ट स्थानीय पुलिस थाना पुलगांव में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है मां ने जताया आरपीएफ आभार सूचना मिलने पर बच्चे की मात कविता चंन्द्राकर एवं रिस्तेदार डिलेश्वर चंन्द्राकर एवं अन्य आरपीएफ पोस्ट भिलाई पहुंचे। वहां पर कविता चन्द्राकर ने बच्चे को पहचाना। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सोकर उठी तो देखा कि बेटा साकेत घर पर नहीं था एवं उसका सायकल भी नहीं था सोने के पहले उसके लडके ने बोला था कि आप सो जाओं मैं घर में खेल रहा हूँ। देर रात तक वापस नहीं आने पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बहला फुसलाकर ले जाने के संदेश के आधार पुलिस थाना पुलगांव में रिपोर्ट दर्ज करवायी थी महिला ने बताया कि साकेत के लापता होने के बाद घर पर सभी को रो-रोकर बुरा हाल था। बच्चे को सकुशल देख मां ने राहत की सांस ली और आरपीएफ का आभार जताया। इसके बाद मुख्य स्टेशन प्रबंधक हिमांशु कुमार के समक्ष उपनिरीक्षक आरके राठौर के द्वारा पूर्ण जांच पड़ताल कर उक्त बालक साकेत को उसकी माता कविता चन्द्रा नाकर व रिश्तेदार को सौंपा गया