मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से शुरू हुआ एक अपराधियों की हत्या का सिलसिला जारी है। 7 जून को मुख्तार अंसारी के शूटर संजीव जीवा की कोर्ट में हत्या कर दी गई। इससे पहले जेल में मुन्ना बजरंगी, मेराज, मुकीम और अंशू दीक्षित की हत्या हो चुकी है। फिर पुलिस कस्टडी में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या हुई। यूपी पुलिस हर जगह नाकाम साबित हो रही है।
9 जुलाई 2018 को बागपत जेल में बंद मुन्ना बजरंगी की हत्या से शुरू हुआ अपराधियों की हत्या का सिलसिला जारी है। जेल में मुन्ना बजरंगी, मेराज, मुकीम और अंशू दीक्षित की हत्या हो चुकी है। फिर पुलिस कस्टडी में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या हुई है, और अब मुख्तार के शार्प शूटर संजीव जीवा की हत्या हुई है। अर्थात्, जेल से लेकर कोर्ट तक… हर जगह यूपी पुलिस नाकाम हो गई है।
एक के बाद एक अपराधियों की हत्या
9 जुलाई 2018 को बागपत जेल में मुख्तार गैंग के शूटर मुन्ना बजरंगी की हत्या यूपी के ही डॉन सुनील राठी ने गोली मारकर कर दी। 14 मई 2021 को चित्रकूट जेल में बंद मुख्तार के करीबी मेराज और मुकीम काला की हत्या जेल में ही बंद अपराधी अंशू दीक्षित ने कर दी। फिर उसी समय पुलिस ने दोनों को मारने वाले अंशू दीक्षित को मार गिराया।