सेहोर न्यूज़: जीवन की लड़ाई हारी सृष्टि, तीसरे दिन बोरवेल से निकाला गया, पर उसे बचाया नहीं जा सका।

सेहोर न्यूज़: बोरवेल में फंसी ढाई साल की मासूम सृष्टि को निकालने के लिए 53 घंटे की रेस्क्यू करी गई। लेकिन, दुखदा कि सृष्टि जीवन से हार गई। अहमदाबाद से आई टीम ने सफलता के बाद बिफल होते हुए राड में हुक में फसाकर उसे बोरवेल से बाहर निकाला। सृष्टि को तत्पश्चात देरी न करते हुए जिला अस्पताल में ले जाया गया, जहां डाक्टर ने उसकी मौत की पुष्टि करते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस दुखद समाचार के सुनते ही माता-पिता सहित संबल देने आ रहे लोगों का मन उदास हो गया, क्योंकि उनकी सृष्टि की सुरक्षा की आस टूट गई थी।

ज्ञात हुआ कि मंगलवार को दोपहर 1.15 बजे जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम मुगावली में खेत में लगे बोरवेल में राहुल कुशवाह की ढाई वर्षीय बेटी सृष्टि खेलते समय उसमें गिर गई थी। यह मासूम सृष्टि पड़ोसी गोपाल कुशवाह के खुले पड़े बोर में गिरी थी। उसे निकालने के लिए बीते दो दिनों से रेस्क्यू कार्य किया जा रहा था।

इस स्थान पर जिला और पुलिस प्रशासन के साथ ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना के जवान निरंतर बचाव कार्य में लगे थे। इसके अलावा, गुरुवार की सुबह प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देशानुसार अहमदाबाद से एक रोबोटिक टीम यहां पहुंची। उन्होंने बोरवेल में एक उपकरण नीचे भेजा, जिसके माध्यम से बच्ची की स्थान पता लगाने का प्रयास किया। हालांकि, बोर में कीचड़ और पानी के कारण सही डेटा प्राप्त नहीं कर पाया गया, क्योंकि सृष्टि बहुत गहराई में थी।

ऐसे में बार-बार राड में हुक लगाकर निकालने का प्रयास किया गया, जो दोपहर एक बजे सफल होने वाला था, लेकिन सृष्टि फिर से छूट गई। तब शाम करीब साढ़े पांच बजे, वह हुक में फंसी रही, और अंबुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल भेजी गई। वहां डॉक्टरों ने मृत्यु घोषित कर पोस्टमार्टम कराया गया। इसके साथ ही, ग्राम मुगावली में सृष्टि के लिए दुआएं मांगने वाले लोगों की आशा टूट गई और शोक की आंधी छा गई। डॉ. फैजल अंसारी ने बताया कि सृष्टि की मौत दम घुटने के कारण हो चुकी है। पोस्टमार्टम के बाद, अन्य स्थिति स्पष्ट होगी।

बुधवार को, एनडीईआरएफ और एसडीईआरएफ के प्रयास विफल होने के बाद, बैरागढ़ ईएमई सेंटर ने सेना के जवानों को बुलाया था। सेना के जवानों ने आर्मी जवान को 300 फीट गहरे बोरवेल में 100 फीट की दूरी पर फंसे हुए सृष्टि को राड हुक से 90 फीट ऊपर तक ले जाया था, लेकिन उससे दस फीट पहले वह छूटकर गिर गई। बताया जा रहा है कि बच्ची फिसलकर करीब 150 फीट नीचे पहुंच गई। इसके बाद सेना ने दूसरी बार प्रयास करने में अक्षमता दिखाई। इसके बाद दिल्ली और जोधपुर से एक्सपर्ट टीम को बुलाया गया है।

मदद के लिए गुजरात की स्पेशल रोबोट टीम से भी मदद मांगी गई थी। यह टीम सुबह 9 बजे मुंगावली पहुंची, और पहुंचते ही टीम ने बोरवेल से सृष्टि को निकालने के लिए रेस्क्यू कार्य शुरू कर दिया है। इसके अलावा, पोकलेन और राख ड्रिल मशीन से भी खोदाई की जा रही है।

बताया जाता है कि बोरवेल में रिसाव के कारण कीचड़ जमा हो गया है, जिससे कठिनाइयाँ उत्पन्न हो रही हैं। अब पुन: हुक डालकर बच्ची को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन के साथ ही एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर रेस्क्यू कार्य में जुटी हुई है।

यहां बताया जाता है कि ग्राम मुंगावली के निवासी राहुल कुशवाह की ढाई साल की नन्ही सृष्टि बोरवेल में छह जून को दोपहर में गिर गई। जब बोरवेल में उसके गिरने की जानकारी मिली, तो जिला प्रशासन ने तत्परता से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। बुधवार को दूसरे दिन भी एसडीआरएफ और एनडीईआरएफ की टीम ने सृष्टि को निकालने के लिए कदम उठाए। सृष्टि बोरवेल में लगभग 100 फीट की गहराई में फंसी थी, इसके बाद जिला प्रशासन ने सेना को बुलाया, जो सुबह 11 बजे मौके पर पहुंची और कार्रवाई की जिम्मेदारी ले ली। दोपहर 2 बजे के बाद सृष्टि को हुक से रेस्क्यू किया गया, लेकिन उसने हुक में फंसकर 90 फीट ऊपर तक पहुंचकर फिसल गई और करीब 150 फीट नीचे जाकर फंस गई, जिसके बाद सेना ने दूसरी बार कार्रवाई नहीं की।

जिला पंचायत के सीईओ आशीष तिवारी और होमगार्ड कमांडेंट कुलदीप मलिक ने बताया कि बच्ची करीब 150 फीट नीचे खिसक गई है। उसे बोरवेल से निकालने के लिए दिल्ली, जोधपुर, और गुजरात से विशेषज्ञों को बुलाया गया था। इस विशेषज्ञ टीम ने पहले से बोरवेल में फंसे कई बच्चों को सफलतापूर्वक निकाला है।

दो फीट खोदने में लग रहे चार घंटे

बोरवेल के समानांतर पिछले मंगलवार से लगातार खुदाई कराने वाले आकाश का कहना है कि पहले बच्ची 20 से 25 फीट के पास नजर आ रही थी, लेकिन सुबह से ही वह 50 फीट और उसके बाद 100 फीट से भी नीचे गहराई में चली गई है। इसका मुख्य कारण यह है कि इस इलाके में 12 फीट के बाद मजबूत पत्थरों का आवेश है, जिसे हाइड्रोलिक ब्रेकर, रॉक ड्रिल मशीन और पोकलेन मशीन से तोड़ने के कारण बच्ची नीचे खिसक रही है। अब स्थिति यह है कि दो फीट खोदने में तीन से चार घंटे का समय लग रहा है।

घटनास्थल पर पहुंचीं भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर

सीहोर जिले के ग्राम मुंगावली में निवास करने वाली ढाई साल की मासूम नन्ही सृष्टि के बोरवेल में गिरने की सूचना मिलते ही, भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपने आपको घटनास्थल पर पहुंचाया और जिला प्रशासन द्वारा नन्ही सृष्टि को बोरवेल से निकालने के लिए कार्यों की प्रगति को देखा। उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश अधिकारियों को दिए और सृष्टि के माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों को संबल प्रदान करते हुए कहा कि इस मुश्किल परिस्थिति में हम सभी आपके साथ हैं।

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