लखनऊ। उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में दुष्कर्मी संजीव माहेश्वरी, जिन्हें जीवा के नाम से भी जाना जाता है, की हत्या दो शूटरों ने गोली मारकर कर दी। मृतक अपराधी का नाम मुख्तार अंसारी था, जो उसके शूटर के रूप में कार्रवाई कर रहा था। इस घटना में एक बच्ची भी जान गंवा चुकी है। दुष्कर्मी वकील के भेष में कोर्ट परिसर में पहुंचे थे। घटना के बाद, कोर्ट में मौजूद वकीलों ने एक आरोपी को पकड़ लिया है। हालांकि, एक और आरोपी फरार हो गया है, और उसकी खोज जारी है।
गोलीबारी की घटना में, दो बच्चियों और एक पुलिस कांस्टेबल को गोली लगने की खबर सामने आई है। इस घटना के दौरान एक बच्ची, जिसे गोली ने जख्मी किया था, इलाज के दौरान मौत को पहुंच गई है, जबकि एक बच्चा और पुलिस कांस्टेबल जख्मी हुए हैं। इस घटना में, संजीव “जीवा” मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी गैंग से जुड़ा हुआ था। विधायक कृष्णानंद राय और ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या मामले में, संजीव “जीवा” का नाम सामने आया था, हालांकि कृष्णानंद राय की हत्या मामले में उसे बरी कर दिया गया था। मृतक कुछ दिनों से लखनऊ की जेल में ही रखा गया था और उसे यहीं से कोर्ट के सामने पेश किया गया था। मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से ही, संजीव माहेश्वरी ने अपनी जान को खतरे में बताया था।
आधारित जानकारी के अनुसार, मृतक संजीव माहेश्वरी भाजपा के प्रमुख नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के आरोपी माने जाते थे। उन पर दर्जनों से भी अधिक मुकदमे दर्ज थे। इसके अलावा, जीवा शामिल थे पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या मामले में भी। द्विवेदी की हत्या 10 फरवरी 1997 को लोहिया रोड पर गोली मारकर की गई थी। इस मामले में, सीबीआई ने लखनऊ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। 17 जुलाई 2003 को, सीबीआई कोर्ट ने पूर्व विधायक विजय सिंह और जनपद शामली के आमदपुर गांव के निवासी शूटर संजीव माहेश्वरी (जीवा) को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।