अंबिकापुर: मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना वन विभाग ने वृक्षों के व्यवसायिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक कदम उठाया है। इस योजना के तहत, किसानों की सहमति पर आधारित होकर, उनकी भूमि पर पौधारोपण किया जाएगा जिसका मुख्य उद्देश्य कृषकों की आय को बढ़ाना है।
वन अमला जुट गया है बलरामपुर जिले में डीएफओ विवेकानंद झा के नेतृत्व में योजना के क्रियान्वयन को बेहतर बनाने के लिए। बलरामपुर वन मंडल के अंतर्गत, रामानुजगंज, शंकरगढ़, राजपुर धमनी, चांदो, वाड्रफनगर, बलरामपुर रघुनाथनगर और कुसमी में मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के क्रियान्वयन के लिए तैयारी की जा रही है। इस योजना के तहत बलरामपुर वन परिक्षेत्र के दो हजार 174 एकड़ में छह लाख 92 हजार 926 पौधे लगाए जाएंगे।
इस योजना के अंतर्गत, सभी इच्छुक भूमि के स्वामी पात्र होंगे, चाहे वे समस्त वर्ग के हों या शासकीय, अर्ध शासकीय और स्वायत्त संस्थाएं हों जो अपनी खुद की भूमि पर पौधारोपण करना चाहती हैं। इस योजना के तहत, पांच एकड़ तक के पौधारोपण के लिए 100 प्रतिशत अनुदान और पांच एकड़ से अधिक पौधारोपण के लिए 50 प्रतिशत वित्तीय अनुदान भी प्रदान किया जा रहा है।
इस योजना के तहत, पांच प्रजातियों के लिए खेती को मुख्य ध्यान में रखकर किसानों को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसमें टिशु कल्चर बांस, नीलगिरी, मिलिया डुबिया, टिशु कल्चर सागौन और सफेद चंदन शामिल हैं। वन विभाग द्वारा पौधारोपण के लिए गड्ढे तैयार करने का कार्य पूर्णतया प्रगति कर रहा है। डीएफओ विवेकानंद झा वनमंडल के अंतर्गत, नौ वन परिक्षेत्र का लगातार दौरा किया जा रहा है और तैयारी का मूल्यांकन भी किया जा रहा है।
कुसमी वन परिक्षेत्र में सबसे अधिक पौधों का होगा रोपण
बलरामपुर वन मंडल के अंतर्गत, मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के तहत सबसे अधिक पौधे कुसमी वन परिक्षेत्र में लगाए जाएंगे। यहां एक लाख नौ हजार 454 पौधे लगाए जाएंगे, जबकि सबसे कम रघुनाथनगर वन परिक्षेत्र में 48 हजार 676 पौधे लगाए जाएंगे। राजपुर में 87 हजार पांच पौधे, रामानुजगंज में 88 हजार 271 पौधे, शंकरगढ़ में 69 हजार 566 पौधे, धमनी में 87 हजार पांच पौधे और चांदो वन परिक्षेत्र में 59 हजार 400 पौधे लगाए जाएंगे।
योजना को लेकर किसान उत्साहित
रामचंद्रपर विकासखंड के राधानगर में स्थित किसान अभिषेक दुबे ने योजना के अंतर्गत दो एकड़ और नीलेश दुबे ने एक एकड़ टिशू कल्चर सागौन के लिए पौधारोपण किया है। यह योजना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर, वर्चुअल रूप से, 33 जिलों के 44 स्थानों में शुरू की गई थी। मुख्यमंत्री ने योजना को लेकर प्रदेश भर के किसानों के साथ बातचीत की थी और उन्होंने राधानगर के किसान अभिषेक दुबे के साथ भी बातचीत की थी। अभिषेक दुबे ने योजना की प्रशंसा की थी और इसके प्रेरणादायक परिणामस्वरूप, कई किसान उत्सुकता से इस योजना में जुड़कर लाभ अर्जित करने की इच्छा रख रहे हैं।
आय में वृद्धि, पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा : डीएफओ झा
डीएफओ विवेकानंद झा ने बताया कि मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के तहत पौधारोपण के लिए तैयारियाँ पूरी की गई हैं। जहां-जहां अभी तक गड्ढे बाकी थे, वहां तेजी से गड्ढे पूरा किए जा रहे हैं। पौधारोपण वर्षा के बाद किया जाएगा। झा ने कहा कि यह योजना हितग्राहियों की आय में वृद्धि के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इस योजना में, वाणिज्यिक पौधारोपण करने वाले हितग्राहियों को पांच एकड़ भूमि पर 100% अनुदान दिया जाएगा, और पांच एकड़ से अधिक भूमि पर वृक्षारोपण करने वाले व्यक्तियों को 50% अनुदान दिया जाएगा।