पैशन फॉलो करने वाले युवाओं से कहा जा रहा है – “लोग एक्साइटेड होकर नौकरी छोड़ देते हैं, फिर फ्रस्ट्रेशन होता है।”

मैं कल की चिंता नहीं करता, मेरे पास उतनी सेविंग है, पर मेरी हालत पसरों की सोचकर खराब हो जाती है…। यह कहकर कॉमेडियन रवि गुप्ता ने सभी को हंसाया। वे रायपुर में मायएफएम के यूथ कार्निवाल कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। रवि ने पैशन फॉलो करने वाले युवाओं की समस्याओं को चुटकुलों भरे अंदाज में वीडियो में प्रस्तुत करके प्रसिद्धि प्राप्त की। उन्होंने दैनिक भास्कर रिपोर्टर ममता मानकर से बातचीत में दिलचस्प किस्से बताए और क्रिएटिव फील्ड में आ रहे युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण बात कही।

मैं कल की चिंता नहीं करता, मेरे पास उतनी ही सेविंग है, पर मेरी हालत पसरों की सोचकर खराब हो जाती है…। कॉमेडियन रवि गुप्ता ने इस बात पर हँसते हुए सभी को हंसाया। वे रायपुर में मायएफएम के यूथ कार्निवाल कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। रवि ने पैशन फॉलो करने वाले युवाओं की समस्याओं को चुटकुलों भरे अंदाज में वीडियो के माध्यम से प्रस्तुत किया था, जिसकी वजह से उन्हें प्रसिद्धि मिली। उन्होंने दैनिक भास्कर की रिपोर्टर ममता मानकर के साथ बातचीत करते हुए दिलचस्प किस्से भी साझा किए और क्रिएटिव फील्ड में आ रहे युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश दिया।

सवाल: यूथ को करियर प्लानिंग के लिए क्या मैसेज देंगे?

जवाब: हाँ, स्टैंडअप कॉमेडी मेरी धार्मिक गतिविधि है। इस फ़ील्ड में मैं अपने धार्मिक प्रवृत्ति के चलते आया हूँ। करियर के रूप में मैंने अपनी धार्मिक प्रवृत्ति को चुना है। मुझे ऐसा लगता है कि हर धार्मिक युवा को अपनी प्रवृत्ति को पहचान लेना चाहिए। इससे आपको उच्च आदर्शों के साथ रहने का सुन्दर अवसर मिलता है। सही मार्ग पर चलें, मज़ाक़ कम करें। ( मज़ाक़ करते हुए )

सवाल: आप कहते हैं कल की चिंता नहीं है, अपने करियर की शुरुआत में क्या आप ऐसा कह पाते थे ?

जवाब: कल की चिंता कभी खत्म नहीं होती है। यह पूरी बात मेरे कॉमेडी में है। बात ऐसी है कि आपको कल की चिंता होती है, तभी आप मेहनत करते हैं और आगे बढ़ते हैं। इसलिए, मैंने उसे अपनी कॉमेडी में शामिल किया है और लोगों को हंसाते हुए उन्हें यह संदेश देने की कोशिश की है कि हमें कल की चिंता छोड़नी चाहिए और मौज मस्ती का आनंद लेना चाहिए।

सवाल: जोक्स बनाने का कोई फॉर्मूला होता है या नेचुरल स्टैंडअप करते हैं?

जवाब: कोई फॉर्मूला नहीं होता। कॉमेडी करने वाला ही फनी होता है। मैं अपनी कॉमेडी को साधारण बातों से ही करता हूँ और यही मुझे अलग बनाता है। दरअसल, हँसी जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और जीवन की सामान्यताओं के मध्य छिपी हुई हंसी को उजागर करने की कला ही कॉमेडी है। इसलिए, मैं उपयोगी और रोचक बातों पर ध्यान केंद्रित करता हूँ

सवाल: रिलेटेबल कंटेंट दिमाग में कैसे हिट होता है?

जवाब: देखिए, कॉमेडी में ऑडियंस को ऐसा लगना चाहिए जैसे उनकी ही बातें हो रही हो। जब मैं स्टेज पर होता हूँ, मैं लोगों के साथ एक बातचीत करने का प्रयास करता हूँ। मैं अपनी कॉमेडी में ऐसे संवाद पेश करता हूँ जो लोगों के अंदर जीने के अनुभवों और सामान्यताओं के साथ मेल खाते हैं।

कौन हैं रवि गुप्ता?

स्टैंडअप कॉमेडियन रवि गुप्ता उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के निवासी हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई इसी इलाके में पूरी की और फिर बनारस चले आए। रवि गुप्ता का बताया जाता है कि उन्होंने ‘बनारस विश्वविद्यालय’ से फाइनेंस में ग्रेजुएशन की है।

कॉमेडी से पहले कार्टूनिस्ट थे रवि गुप्ता

रवि गुप्ता एक कॉमेडियन के साथ ही एक कार्टूनिस्ट भी हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद 3 साल कार्टूनिस्ट की नौकरी की थी, लेकिन अपने पैशन के कारण उन्होंने नौकरी छोड़ दी और पूरा फोकस स्टैंडअप कॉमेडी पर लगा दिया। आज वे कॉमेडियन के साथ-साथ कार्टूनिस्ट के तौर पर भी नौकरी कर रहे हैं।

ये है कार्यक्रम

रायपुर में शिक्षा और करियर का एक महान उत्सव आयोजित हो रहा है। 2023 के मायएफएम यूथ कार्निवल का आयोजन पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में 1 से 3 जून तक हो रहा है। इस तीन दिवसीय यूथ कार्निवल में शिक्षाविद एनंद कुमार, प्रसिद्ध प्रबंधन गुरु एन रघुरामन, फिल्म निर्माता सौरभ वर्मा, पत्रकार, द लल्लन टॉप और इंडिया टुडे हिंदी के संपादक सौरभ द्विवेदी भी उपस्थित रहेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page