जांजगीर-चांपा. गंभीर अपराध से जुड़े दर्जनों मामले की जांच में आंच तब आ जाती है जब मामले की फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट नहीं मिल पाती

जिले में ऐसे कई मामले पेंडिंग है जिसमें जांच अटकी हुई है। सबसे बड़ा मामला नवागढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम रोगदा में जहरीली शराब से तीन की मौत मामला पेंडिंग है। पुलिस का यही मानना है कि जब एफएसएल की रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक जांच शुरू नहीं की जा सकती। बहरहाल मामला पेंडिंग में ही रहेगा।

गौरतलब है कि 15 मई को रोगदा गांव में जहरीली शराब पीने से एक सेना के जवान सहित तीन लोगों की मौत हो गई थी। मामले में एफएसएल की टीम ने मौके पर जांच की और रिपोर्ट के लिए सैंपल लैब भेज दिया है। लेकिन आज 15 दिन बीत जाने के बाद भी मामले की रिपोर्ट अब तक नहीं आ पाई है। इसके चलते जांच पेंडिंग है। इसी तरह ला चौकी क्षेत्र के ग्राम मुड़पार मैं भी एक मासूम समेत महिला की संदिग्ध मौत मामला भी अब तक पेंडिंग है। इस मामले में एफएसएल टीम ने सैंपल लिए थे। यह मामला अब तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। जिसके कारण पेंडिंग है। पुलिस का मानना है कि जब तक एफएसएल की रिपोर्ट नहीं मिल जाती तब कैसे सिद्ध करेंगे कि तीन लोगों की मौत- किस वजह से हुई है। आखिर इसमें अपराधी किसे माने। ऐसे में पुलिस फौरी तौर पर किसी को पूरी तरह से गुनाहगार भी नहीं बना सकती। ऐसे में पुलिस एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार करती है।

गांव में अब भी बना कौतूहल का विषय

नवागढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम रोगदा में तीन लोगों की शराब पीने से मौत मामले में अब भी जिज्ञासा है कि आखिर तीनों की मौत कैसे हुई। क्या शराब में जहर मिला था या फिर कुछ और यदि जहर मिला तो किसने और किस अपराध का बदला लेने के लिए इस तरह कई तरह के सवाल गांव के लोगों के जेहन में कौंध रहा है

एसडीओपी जांजगीर चंद्रशेखर परमा ने बताया कि रोगदा में शराब से तीन मौत के मामले में अब तक हमें एफएसल रिपोर्ट नहीं मिल पाई है जिसकी वजह से जांच लंबित है जैसे ही रिपोर्ट आती है फिर जांच की दिशा तय की जाएगी

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