पाटन — सिंगल यूज प्लास्टिक पॉलीथिन बैन है। पर हकीकत कुछ और ही है, पाटन में खुलेआम सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग हो रहा है। बाजार ही नहीं, यहां हर हाथ में सिंगल यूज प्लास्टिक नजर आ रहा है। जांच में पता चला की यहां के प्रमुख बाजारों, सब्जी मंडियों, घर—घर सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग हो रहा है। प्रतिबंधित होने के बाद भी पॉलीथिन आसानी से मिल जा रही हैं प्रतिदिन पाटन में कई किलो पॉलीथिन का उपयोग धड़ल्ले से हो रहा हैं प्रतिबंधित होने के बाद भी इसका व्यापार लाखो में हैं पाटन में जब प्रतिबंधित पॉलीथिन के ऐसे ही हालात हैं तो प्रदेश स्तर में क्या होगा सच्चाई सामने आ ही जाती हैं इन सब लोगो पर कार्यवाही नगर पंचायत के द्वारा क्यों नहीं की जाती समझ से परे हैं पॉलीथिन पर पाबंदी के बाद भी खुलेआम पॉलीथिन का उपयोग सबंधित विभाग अधिकारी की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा हैं आज भी हर एक किराना दुकान जनरल स्टोर्स ठेलो पर औसतन १ से २ किलो पॉलीथिन का उपयोग सामान देने में किया जा रहा हैं एक पॉलीथिन के पैकेट में २०० से ३०० नाग पॉलीथिन आता हैं हालाकि बाजारों में २५० ग्राम से २ व् ३ किलो ग्राम के पॉलीथिन अधिक चलन में हैं वही पाटन के किराना दुकान छोटे ठेलो फल सब्जी बेचने का काम करते हैं इनमे से अधिकतर पॉलीथिन का उपयोग कर रहे हैं पॉलीथिन न केवल पर्यावरण व जानवरों को भी नुकसान पहुंचा रहा है, जानवर पॉलीथिन खाकर अकाल मौत के मुंह में समां रहे हैं। अब देखना यह हैं प्रतिबंधित पॉलीथिन बेचने वालो पर कार्यवाही कब तक की जाएगी
वर्षण – बिच बिच में कार्यवाही करते रहते हैं पकडे जाने पर जुर्माना भी लगाया जाता है
योगेश्वर उपाध्याय सीएमओ नगर पंचायत पाटन