सूरजपुर जिले के मुर्गी विकासखंड के कुदरगढ़ बीट से दो दिन पहले पकड़ी गई बाघिन को नवा रायपुर के जंगल सफारी लाया गया। उसे मंगलवार सुबह ट्रैंक्विलाइज कर पकड़ा गया था। सूरजपुर का स्टाफ उसे केज माउंटेड वैन में लेकर सुबह 7 बजे पहुंचा था। जहां तत्काल सफारी के पशु डाक्टरों उसका इलाज शुरू कर दिया।
उसका इलाज और निगरानी कर रहे डाक्टरों के मुताबिक बाघिन की उम्र करीब 4-5 वर्ष है। पहले दिन के फर्स्ट एड के बाद के उसे बंद गाड़ी में चारों तरफ से चादर से ढक कर आइसोलेशन में रखा गया है। कल तीन डाक्टरों की टीम उसका एग्जामिन करेगी। यह देखा जाएगा कि उसे अंदरूनी चोट तो नहीं है।
उसकी निगरानी में वन गार्ड तैनात कर दिए गए हैं। डाक्टरों के अनुसार स्वच्छंद विचरण का जानवर होने के कारण उसे वापस जंगल में छोड़ने पर विचार किया जा रहा है। अभी यह तय नहीं है कि उसे वापस सूरजपुर के जंगल में छोड़ा जाएगा या रायपुर, गरियाबंद या बस्तर जिले के जंगल में। यह विभाग के आला अधिकारी तय करेंगे।कल पकड़े जाने से पहले उसने तीन युवकों की जान ले चुकी थी।