‘अरनपुर हमले के बाद नक्सलियों ने बताया – ’17 ग्रामीणों को पीटा, इसलिए हमने 10 जवानों को मारा’; जगदीश की खूंखार माओवादी फोटो वायरल हो रही है।’

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दंतेवाड़ा के अरनपुर में बड़े नक्सली हमले के बाद नक्सलियों ने एक और बयान जारी किया है। अपने बयान में उन्होंने कहा है कि जवानों ने 17 ग्रामीणों को पीटा और अंधाधुंध फायरिंग की। बिना वजह गिरफ्तारियों की गिरफ्त में ली गई। हमने इसके विरोध में हमला किया। इस हमले में 10 जवानों की मौत हुई और ड्राइवर भी मार गया।

माओवादी दक्षिण सब जोनल ब्यूरो की प्रवक्ता समता ने यह बयान जारी किया है। नक्सली अपने बयानों में जवानों से अपनी भी की है। उन्होंने कहा है कि सभी पुलिसवालों को अपनी नौकरियों छोड़ देनी चाहिए और अन्य विभागों में नौकरियों के लिए अप्लाई करना चाहिए। सरकार ने अन्य विभागों में नौकरियाँ देना बंद कर दिया है। जनता के खिलाफ सरकार की तरफ से न भागें, जनता के साथ हमेशा खड़े रहें।

माओवादियों ने इसके अलावा यह भी बताया है कि PLGA (पीपुल्स गुरिल्ला लिबरेशन आर्मी) ने इस पूरी वारदात का अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि 12 अप्रैल को गोन्डेरास में जवानों ने ग्रामीणों के साथ मारपीट की थी। उन्होंने पहले भी सर्चिंग के नाम पर ऐसा करते रहे हैं। अरनपुर हमले को PLGA ने पाश्विक हमलों से बचने और उन्हें विफल करने के लिए किया गया था।

जगदीश नाम के एक खूंखार नक्सली की तस्वीर वायरल हो रही है

“उसी दौरान, खूंखार नक्सली जगदीश की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। बताया जा रहा है कि 8 लाख के इनामी नक्सली और डिविजनल कमेटी मेंबर जगदीश की छिपी हुई जानकारी से जवानों ने अरनपुर में शिकार की शुरुआत की थी। इस बीच, 26 अप्रैल को अरनपुर-समेली के बीच नक्सली ने एक आईडी ब्लास्ट किया था, जिससे जवानों से भरी गाड़ी उड़ गई थी। इस हमले में गाड़ी के कई टुकड़े हो गए थे। जगदीश ने पहले भी कई बड़ी नक्सल घटनाओं का अंजाम दिया है, इसलिए पुलिस उसकी खोज कर रही है।”

२ महीने पहले विस्फोटक लगाया गया था

वहीं, इस पूरी घटना को अंजाम देने के लिए नक्सलियों ने 50 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया था। ऐसे में यह भी चर्चा का विषय है कि नक्सलियों ने इसे 2 महीने पहले ही इस रोड पर रखा था। अरनपुर-समेली मार्ग के दोनों तरफ सीआरपीएफ के कैंप हैं। फिर भी पेट्रोलिंग टीम इसे डिटेक्ट नहीं कर सकी, जिसके बाद 26 अप्रैल को यह हमला हो गया।

नक्सलियों ने पहले भी बयान जारी किया था

माओवादियों के दरभा डिवीजन कमेटी के प्रवक्ता साईनाथ ने एक प्रेस नोट जारी किया था। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले नक्सलियों को उन्मूलन करने का वादा किया था। अब अरनपुर में हमारी पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) ने हमला किया है। साईनाथ ने कहा कि बस्तर में पुलिस फोर्स में भर्ती के लिए योग्यता और मापदंड भी बदल दिए गए हैं। अनपढ़ और फिजिकल फिटनेस न होने के बावजूद, सिर्फ शिकार करने में माहिर लोगों को डिफेंस रिसर्च ग्रुप (DRG) में भर्ती किया जा रहा है।

सीआरपीएफ डीजी बाइक से पहुंचे थे जहां हमला हुआ

उसी जगह पर वारदात करने वाले दरभा डिवीजन कमेटी के 9 नक्सलियों की पहचान पुलिस ने की है। मामला उनके खिलाफ भी दर्ज किया गया है। वहीं, जहां हमला हुआ था, उसी जगह का मुआयना करने के लिए CRPF के DG एसएल थाओसेन ने बाइक से पहुंचा। उन्होंने कई बिंदुओं पर मामले की जांच की।

अरनपुर में हुए IED ब्लास्ट में शहीद हुए 10 जवानों और वाहन चालक की मौत के जिम्मेदारों में चैतू, देवा, मंगतू, जयलाल, बामन, भीमा, राकेश समेत अन्य हार्डकोर माओवादी के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है। इनपर लाखों रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है। इसके अलावा, धमके के स्थान पर लगभग 7 फीट गहरा गड्ढा बन गया था, जो आज भर दिया गया है। फोर्स इस इलाके के चारों तरफ तैनात है और सर्च ऑपरेशन भी जारी है।

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