विवरण – प्रार्थिया ने श्रीमती देहति उर्फ मोना नागेश की रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह नवागढ़ जिले के ग्राम कटौद थाने की निवासी हैं और वे शीतला पारा धनेली में किराए के मकान में रहती हैं। उन्होंने गणपत लाल दिनकर से फेसबुक के माध्यम से तीन साल पहले मुलाकात की थी और दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई थी। इस दौरान प्रार्थिया ने गणपतलाल दिनकर को बताया कि उनका पति उन्हें छोड़कर चला गया है और वे अपने दो बच्चों के साथ अकेले हैं। उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है और वह बच्चों के साथ जीवन यापन करने में कठिनाई झेल रही हैं। इस परिस्थिति में प्रार्थिया ने श्रीमती देहति उर्फ मोना नागेश ने पुलिस चौकी सिलतरा थाना धरसींवा में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
“जिस पर गणपत लाल दीनकर ने प्रार्थिया से कहा कि अम्बिकापुर छ0ग0 में रोड निर्माण का कार्य बड़े स्तर पर चल रहा है और हजारों मजदूर वहाँ काम कर रहे हैं। मैं वहाँ के ठेकेदारों से जानता हूं और मैं तुम्हें केन्टीन का ठेका दिलवा सकता हूं, जिससे प्रतिमाह अच्छी कमाई होगी। प्रार्थिया को नौकरी की तलाश थी और अपने बच्चों को पालन-पोषण करना था, इसलिए उसने मुझसे ठेका दिलवाने की बात कही। जवाब में मैंने उसे प्रस्ताव दिया कि हम दोनों मिलकर केन्टीन चलाएँगे और आमदनी को बराबर-बराबर बाँटेंगे। अब मुझे केन्टीन चलाने का ठेका मिल रहा है।”
“केन्टीन चालू करने के लिए समान खरीदने की आवश्यकता होगी, जिसकी लागत लगभग 1,40,000 रुपये होगी। गणपतलाल दिनकर ने प्रार्थना से 1,10,000 रुपये मांगे थे और कहा था कि शेष राशि मैं दूंगा। प्रार्थना ने उस पर भरोसा किया और दिनांक 01.04.2023 से 18.04.2023 के बीच अलग-अलग किस्तों में कुल 1,10,000 रुपये ऑनलाइन भुगतान करके गणपतलाल दिनकर के खाते में स्थानांतरित कर दिए। उसके बाद, जब प्रार्थना गणपतलाल को केन्टीन के बारे में फोन करती थी, तो वह ठेका देने का भरोसा दिखाते हुए कहता था, “आज ठेका देने आऊंगा, कल ठेका देने आऊंगा”। इसके बाद, प्रार्थना ने कहा कि यदि ठेका नहीं दिया जा सकता है तो पैसे वापस कर दिए जाएं। इस पर गणपतलाल दिनकर ने पैसे वापस करने में टाल-मटोल करने लगा।”
प्रार्थिया ने दिनांक 17.04.2023 को अम्बिकापुर जाकर गणपत लाल दिनकर को फोन करके बताया कि वह अम्बिकापुर पहुंच गई है और कैंटीन देखने आई है, लेकिन जैसे ही उन्होंने इसकी जानकारी दी, गणपत लाल दिनकर ने फोन काट दिया। इसके बाद प्रार्थिया ने उसके गांव जाकर पूछताछ की और जानकारी मिली कि गणपत लाल दिनकर ने गांव में भी कई लोगों से ठगी की है। इस पर गणपत लाल दिनकर के खिलाफ थाना धरसींवा में अपराध क्रमांक 178/2023 धारा 420 भादवि. के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत अग्रवाल द्वारा ठगी की घटना को गंभीरता से लेते हुए, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर/अपराध श्री अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक उरला श्री अविनाश मिश्रा, थाना प्रभारी धरसींवा एवं चौकी प्रभारी सिलतरा को निर्देशित किया गया कि आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करें। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन व चौकी प्रभारी सिलतरा के नेतृत्व में, चौकी सिलतरा पुलिस टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थिया से विस्तृत पूछताछ करते हुए, आरोपी गणपतलाल दिनकर के छिपने के हर संभावित ठिकानों में लगातार रेड कार्यवाही की गई। अंततः, प्रकरण में आरोपी गणपत लाल दिनकर को गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध कार्यवाही की गई।
गणपत लाल दिनकर एक जुआरी और बदमाश हैं जिन्होंने रायपुर, जांजगीर चांपा और सक्ति जिलों के लगभग एक दर्जन से अधिक लोगों को अपने झांसे में लेकर लाखों रुपये की ठगी की घटनाओं को किया है, जिसके खिलाफ उनके विरुद्ध शिकायतें दर्ज हुई हैं।
आरोपी गणपत लाल दिनकर उम्र 28 साल के हैं और उनके पिता का नाम स्व. घांसी राम दिनकर है। वे ग्राम चौरा बरपाली, थाना नगरदा, जिला सक्ति में निवास करते हैं और गिरफ्तार हुए हैं।