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मुंगेली जिले में अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंचे पुलिस जवान को घर में बंधक बनाकर मारपीट करने का मामला सामने आया है। आरक्षक की पिटाई करने के साथ ही उसे झूठे मामले में फंसाने की कोशिश करने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं एक आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। पूरा मामले लोरमी थाना क्षेत्र का है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, लोरमी थाने में पदस्थ पुलिस कॉन्स्टेबल विनोद ओगरे रविवार की शाम गोडखाम्ही गांव जांच के लिए निकला था। उसी दौरान आरक्षक को ग्राम घोरबंधा निवासी आयुष पात्रे द्वारा अवैध शराब के परिवहन की जानकारी मिली, जिस पर आरक्षक ने आरोपी का पीछा किया।
घर में बंधक बनाकर की जमकर मारपीट के बाद, अवैध शराब की बिक्री करने वाले आरोपियों ने आरक्षक को अपने घर में बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा। अपने साथ हो रही मारपीट से आरक्षक घबरा गया था और किसी अनहोनी की आशंका से बचने के लिए आरक्षक ने उसे मोबाइल में वॉइस रिकॉर्डिंग कर घटना की जानकारी अपनी बहन को भेज दी। जिसके बाद उसकी बहन ने घटना की जानकारी अपने दूसरे भाई को भेज दी, जो खैरागढ़ पुलिस बल में आरक्षक के रूप में तैनात था। उसके बाद उसके भाई ने पूरी घटना की जानकारी लोरमी थाना पुलिस को दी।
मोबाइल नंबर के जरिए खोजती रही पुलिस
मारपीट के दौरान आरक्षी द्वारा वॉयस रिकॉर्डिंग करने की जानकारी आरोपियों को मिलते ही उन्होंने आरक्षी विनोद के मोबाइल को लूट लिया और उसे अपने पास रख लिया। आरक्षी के साथ घटी अनहोनी की घटना के बाद, जिले की पुलिस अलर्ट मोड में तत्काल कार्रवाई के लिए आई। इस दौरान साइबर टीम द्वारा आरक्षी के मोबाइल का लोकेशन घोरबंधा के पास बताया गया। इसके बाद पुलिस टीम घोरबंधा गांव पहुंची और आरक्षी विनोद ओगरे की तलाश करने लगी, लेकिन उसे नहीं पा सकी।
आरक्षक को फंसाने के लिए की गई भारी क्रूरता
बताया जा रहा है कि सभी आरोपियों ने आरक्षक से मारपीट करने के बाद उस पर बहुत जुल्म भी ढाया। आरक्षक के मुंह में लकड़ी डालकर मुंह खोलकर जबरन शराब पिलाने की कोशिश की गई, ताकि उस पर शराब पीकर जबरदस्ती घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाया जा सके।
इसके बाद सभी ने मिलकर आरक्षक को गाड़ी में बैठाकर देर रात मुंगेली एसपी से शिकायत करने मोटरसाइकिल से निकल गए। इस दौरान ये सभी सिटी कोतवाली मुंगेली पहुंचे, जहां पर आरोपियों ने कोतवाली पुलिस को मनगढ़ंत कहानी सुनानी शुरू की।मगर पहले से ही एक आरक्षक के गायब होने की सूचना पाकर जिले की पुलिस अलर्ट मोड पर थी, लिहाजा आरोपियों को दबोचने में बिल्कुल भी देरी नहीं की गई।
पुलिस ने आरक्षक विनोद ओगरे को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया। वहीं आरक्षक विनोद ओगरे की शिकायत पर 5 आरोपियों के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज क