मंदिर हसौद इलाके के गांधीग्राम नकटा में विवादित कुर्मी तालाब के गहरीकरण को लेकर हुए विवाद में सरपंच गोपाल चतुर्वेदी के गुट और ग्रामीणों के बीच हुई बहशबाजी के बाद जमकर मारपीट हो गई। दोनों पक्षों ने एक दूसरे को लाठी-डंडे, कुल्हाड़ी और पत्थरों से हमला किया। इस हमले में 10 से अधिक लोग घायल हो गए। दोनों पक्षों की शिकायत पर पुलिस ने बलवा, मारपीट का काउंटर केस दर्ज किया है।
मंदिर हसौद पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गांधीग्राम नकटा निवासी डीपेश्वरी यादव ने शिकायत दर्ज कराया कि मंदिर हसौद स्कूल के पास उनका किराना दुकान है, जहां पति-पत्नी बैठते हैं। शुक्रवार को वह दुकान में थीं, उसी समय फोन से जानकारी मिली कि बड़ी संख्या में गांव की महिलाएं कुर्मी तालाब के पास आकर लड़ाई-झगड़ा कर रही हैं।
तब डीपेश्वरी ने आकर देखी और पूछा कि क्या हो रहा है? तब महिला और पुरुषों ने बताया कि विवादित तालाब कुर्मी डबरी की खोदाई करना है। डीपेश्वरी ने कहा कि इस संबंध में तहसीलदार ने पहले से नापजोंख कर चिन्हांकित किया है, उसी का खोदाई करो, बाकी को मत खोदो। इसी बीच वहां गांव के विद्या चतुर्वेदी, संतोषी बंजारे, पिंकी बंजारे, लोकेश्वरी चतुर्वेदी आकर घेरे को तोड़कर जेसीबी से जबरदस्ती तालाब की खुदाई शुरू कर दिए।
डीपेश्वरी और उनके पति अशवन यादव, देवरानी सरिता यादव, जेठानी राधिका यादव ने ऐसा करने से मना किया तो उनके साथ आए जितेंद्र चतुर्वेदी, बलदाऊ भारती, सुरेश बंजारे, रमेश बंजारे, लक्ष्मण पटेल, लोकेश पटेल समेत अन्य लोगों ने गाली-गलौज कर लाठी, डंडा, कुल्हाड़ी और पत्थर से हमला कर दिया। इस घटना की रिपोर्ट कराने घायल पक्ष थाने पहुंचे, वहां मौजूद मुरली यादव और मारकंडेय याद
मारपीट के दौरान सभी के शरीर में चोट आई। पुलिस ने इस मामले में जितेंद्र चतुर्वेदी समेत नौ लोगों के खिलाफ अपराध का मुकदमा दर्ज किया है। इसी तरह दूसरी तरफ ट्रांसपोर्टर सुरेश बंजारे ने शिकायत की थी और उसकी शिकायत पर जगन्नाथ यादव, मुरली यादव, अश्वन यादव, मारकंडेय यादव समेत उसकी पत्नी और अन्य लोगों के खिलाफ बलवा और मारपीट के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।