रायपुर। महादेव बेटिंग ऐप मामला: प्रसिद्ध महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप घोटाले में पकड़े गए पांच आरोपितों को रिमांड के बाद मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। दोनों पक्षों की बहस के बाद निलंबित पुलिस एएसआइ चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर सहित सुनील दम्मानी को पांच दिन के लिए ईओडब्ल्यू की रिमांड पर सौंप दिया गया। वहीं, आरोपित राहुल वकटे और रितेश यादव को 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
ईओडब्ल्यू ने जेल में बंद पुलिस के निलंबित सिपाही भीम सिंह और कारोबारी अमित अग्रवाल को प्रोडक्शन वारंट पर रिमांड लेने के लिए आवेदन दायर किया है। सभी आरोपितों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जा रही है। इनसे कई अहम जानकारी हाथ लगी है। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि हर माह करोड़ों रुपये बांटे जाते थे। कई स्तर पर यह पैसे भेजे जाते रहे। जल्द ही और लोगों की गिरफ्तारी तय मानी जा रही है।
शादी में दुबई जाने वालों की सूची बना रहा ईओडब्ल्यू
प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की शादी और उसके द्वारा हर साल सेलिब्रेट की जाने वाली पार्टी में शामिल होने के लिए विदेश जाने वालों की सूची ईओडब्ल्यू तैयार कर रहा है, जिनसे ईडी ने पूछताछ की है। जो ईडी की जांच के दायरे में नहीं आए हैं, ऐसे लोगों के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है। इनमें कई बड़े कारोबारी, स्कूल-कॉलेज संचालक से लेकर अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं।
महादेव सट्टा की जांच तेज
रायपुर पुलिस ने भी महादेव सट्टा की जांच तेज कर दी है। सात दिनों के भीतर 21 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनसे पुलिस को कई अहम जानकारी हाथ लगी है, जिनकी पड़ताल की जा रही है। इसमें टेलीकाम कंपनी और बैंक के अधिकारियों की भूमिका की जांच की जा रही है। बैंक के अधिकारियों को बुलाकर पूछताछ की जाएगी। बैंकों ने बिना फिजिकल वेरीफिकेशन के खाते खोल दिए। इसके अलावा जिन खातों में अचानक लाखों रुपये का लेन-देन शुरू हुआ, उनकी जानकारी इनकम टैक्स विभाग को नहीं दी गई।
1,500 पन्नों का चालान पेश
महादेव एप मामले में गिरफ्तार गिरीश तलरेजा और सूरज चोखानी के खिलाफ ईडी ने करीब 1,500 से 2,000 पन्नों चालान पेश किया है। सूरज और गिरीश पिछले दो माह से रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। आरोपितों द्वारा महादेव सट्टा एप से कमाई गई रकम को कहां-कहां लगाया और खर्च किया गया, उसकी पूरी जानकारी चालान में दी गई है।
बताया गया है कि सूरज चोखानी महादेव एप सट्टा के पैसे को शेयर मार्केट में लगाने का काम करता था। वहीं, भोपाल से गिरफ्तार गिरीश तलरेजा सट्टे की कमाई को एप के प्रमोटर शुभम सोनी के साथ मिलकर कई बैंक खातों के जरिए रोटेड करने का काम करता था। सूरज पर लोटस 35 एप के जरिए भी सट्टे के पैसे को इधर-उधर करने के सुबूत मिले हैं।
नीतीश ने लगाई जमानत के लिए याचिका
आनलाइन महादेव सट्टा एप में बंद आरोपित नीतीश दीवान ने कोर्ट में जमानत याचिका लगाई है। कोर्ट ने चार मई को सुनवाई की तारीख तय की है। नीतीश दीवान को हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर धर्मशाला पुलिस हिमाचल प्रदेश ले जाकर पूछताछ कर रही है।