पाटन. थोड़े से पैसे कि लालच में पड़कर किसान अपने खेत और शासन के नियम के साथ खिलवाड़ करते जा रहे है चौकाने वाली बात यह है कि प्रशासन अंधी बनकर बैठी है ।
पाटन क्षेत्र के गावों के किसानों के द्वारा थोड़े से मुनाफे के लिए नियमों को तोड़कर शासन के द्वारा बनाई गई भू खनन कि सीमाओं से ज्यादा खेतो का मुरूम निकलवाकर बेचा जा रहा है जिसका इस्तमाल कुछ – कुछ शासकीय निर्माण कार्यों में किया जा रहा है जिससे प्रशासन कि मिलीभगत कि आशंकाएं व्यक्त कि जा सकती है साथ ही जिन प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा करवाई कि जानी थी वे भी चुप्पी साधकर बैठे है साफ शब्दों में सवाल किया जा सकता है कि क्या भ्रष्टाचार से प्रशासन के हाथ बंधे हुए है ?