अंबिकापुर।
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घटना का दुखद पहलू यह है कि इस घटना के दौरान मृतक का एक पुत्र और एक बेटी तालाब के किनारे-किनारे वापस घर लौट रहे थे। उनके सामने ही पिता और बहन डूब गए। शुक्रवार सुबह एसडीआरएफ अंबिकापुर की टीम ने पिता-पुत्री के शव को तालाब से बाहर निकाल लिया है।
जानकारी के अनुसार उदयपुर के ग्राम जरहाडीह निवासी रामू राम का घर खालमुड़ा नामक तालाब के पास ही है। गुरुवार की दोपहर वह तीन बच्चों को साथ लेकर मछली पकड़ने तालाब में गया था। लगभग आधा से एक किलो मछली पकड़ने के बाद वह घर लौटने लगा।
एक पुत्र और पुत्री को तालाब के किनारे-किनारे घूमने को कहा गया। खुद छह साल की बेटी कांसी को कंधे पर उठाकर तालाब के उस हिस्से को पार करके घर जाने निकला जहां से लोग आते-जाते थे। बताया जा रहा है कि तालाब के बीच में पहुंचते ही उसके पैर कीचड़ में फंस गया। वह बाहर बच्चों से बोलता रहा कि वह आगे नहीं बढ़ पा रहा है। उसकी बेटी भी चिल्लाने लगी, लेकिन उसकी मदद करने वाला कोई नहीं था। दो छोटे बच्चों के सामने रामू राम डूब गया। उसकी बेटी भी गहरे पानी में समा गई। सूचना पर उप निरीक्षक समरेंद्र सिंह के साथ पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा।
बाहर बच्चों से वह बोलता रहा कि आगे नहीं बढ़ पा रहा है। कंधे पर बेटी भी चिल्लाने लगी, लेकिन आसपास कोई नहीं था जो उसकी मदद कर पाता। दो छोटे बच्चों के आंखों के सामने ही रामू राम डूब गया। उसकी बेटी भी गहरे पानी में समा गई। सूचना पर उप निरीक्षक समरेंद्र सिंह के साथ पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा।
ग्रामीणों के सहयोग से पिता-पुत्री को बाहर निकालने का प्रयास किया गया।शाम को एसडीआरएफ की टीम भी अंबिकापुर से पहुंची।रात को अंधेरा हो जाने के कारण रेस्क्यू आपरेशन बंद कर दिया गया था। सुबह से फिर खोजबीन आरंभ की गई।
आधे घण्टे के बाद दोनों के शव को बाहर निकाल लिया गया। बताया गया कि मृतक के पांच बच्चे थे जिसमें से एक की मौत हो गई। मृतक की पत्नी पहले ही घर छोड़ कर जा चुकी है। बड़ा बेटा एक ईंट भट्ठे में काम करता था। वह भी नाबालिग है। उसे वापस बुला लिया गया है। पिता की मौत और मां के घर छोड़कर चले जाने से चार बच्चों पर गहरा आघात लगा है।घटना से गांव में शोक का माहौल है।