रायपुर | महादेव सट्टा ऐप: छत्तीसगढ़ सहित कुछ अन्य राज्यों में, महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप के बारे में हर दिन नई-नई जानकारी सामने आ रही है। अब पता चला है कि दुबई से महादेव ऐप की 60 वेबसाइट्स संचालित हो रही हैं। यह वेबसाइट्स ग्रुप चैट रूम को मेंटेन कर रही हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की अब तक की जांच में प्रदेश के कई पुलिस अधिकारियों, नौकरशाहों और नेताओं के खिलाफ एक एप्लिकेशन का संचालन किया जा रहा था, जिसमें संचालक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल शामिल थे। सूत्रों के अनुसार, रायपुर सेंट्रल जेल में बंद निलंबित एएसआइ चंद्रभूषण वर्मा के माध्यम से ही इन अधिकारियों और नेताओं को हर महीने भरी मात्रा में रिश्वत देनी पड़ती थी।
ईडी की जांच में पता चला है कि हर महीने एक एएसपी को 55 लाख रुपये देने की बात सामने आई है। साथ ही, ड्रग्स और इंटेलिजेंस विंग में तैनात कुछ आइपीएस अधिकारियों को हर महीने 75 लाख रुपये दिए जाते थे। किसी भी मामले का सामना होता था, तो उसे दबाने के लिए रिश्वत की रकम बढ़ा दी जाती थी।
ईडी को इसके अलावा पता चला है कि प्रदेश के कुछ प्रभावशाली नेताओं के ओएसडी पद पर तैनात अधिकारियों ने भी सट्टेबाजी में भाग लिया था। इन सभी अधिकारियों के खिलाफ ईडी जांच कर रही है और उन पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। इस महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में कई सेलिब्रिटीज भी संदेह के दायरे में आ गई हैं, जिनमें सौरभ चंद्राकर की दुबई में हुई शादी में भी शामिल थीं।
चैटिंग एप को मेंटेन करती हैं वेबसाइट
महादेव एप के संचालक सौरभ चंद्राकर ने जांच एजेंसी को चकमा देने के लिए एक शातिराना तरीके से उपयुक्त यूजर्स से सट्टा लगवाने की प्रक्रिया शुरू की है। यह न केवल उन्हें सट्टा खेलने की सुविधा प्रदान करता है, बल्कि उसे पैसों को अलग-अलग तरीकों से प्राप्त करने की स्वतंत्रता देता है। महादेव आनलाइन सट्टा एप के साथ लगभग 60 वेबसाइट्स के चैट रूम्स तैयार किए गए हैं, जिनमें विभिन्न चैट एप्लिकेशन को मैन्टेन किया जाता है। महादेव आनलाइन सट्टा एप और वेबसाइट पर एक नंबर साझा किया जाता है, जिसके जरिए संपर्क केवल व्हाट्सएप एप्लिकेशन के माध्यम से ही संभव होता है। सट्टा मुख्य रूप से इस एप के माध्यम से ही खेला जाता है।
पैसे के लिए दूसरे नंबर का इस्तेमाल
जब यूजर्स वेबसाइट पर शेयर किए गए नंबर से एक बार संपर्क करते हैं, तो उन्हें दो अलग-अलग नंबर दिए जाते हैं। पहले नंबर पर संपर्क करके पैसा लगाया जाता है और पॉइंट आईडी इकट्ठा की जाती है, जो यूजर्स द्वारा वेबसाइट पर बनाई जाती है। दूसरे नंबर का उपयोग जीती गई रकम को नगद में तब्दील करने के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से ही पैसों की स्थिति को लेकर सटोरियों के बीच बातचीत होती है।
दुबई में बैठकर आपरेट कर रहे हैं सौरभ, रवि
महादेव आनलाइन सट्टा एप से जुड़े लोगों की गतिविधियों की जांच छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ ही आंध्र प्रदेश पुलिस भी कर रही है। आंध्र प्रदेश के विभिन्न शहरों में महादेव एप के कई काल सेंटर चलाए जा रहे हैं। आंध्र प्रदेश पुलिस की जांच में सामने आया है कि दुबई में महादेव आनलाइन सट्टा एप की स्थिति को नियंत्रित करते हुए सौरभ चंद्राकर अपने साथी रवि उप्पल, कपिल चेलानी और सतीश कुमार की सहायता से ऑपरेट कर रहा है। जांच में यह भी प्रकट हुआ है कि महादेव एप के माध्यम से विभिन्न खेलों पर करोड़ों रुपये की सट्टा लगाई जा रही है, जिसमें क्रिकेट के साथ-साथ कार्ड गेम्स, चांस गेम, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल, तीन पत्ती, ड्रैगन टाइगर, आदि शामिल हैं।