रायपुर। मानसून की विदाई से पहले, राजधानी सहित कई क्षेत्रों में बरसात के संकेत दिख रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी छत्तीसगढ़ में इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ने की संभावना है। इसका मतलब है कि सरगुजा संभाग सहित बिलासपुर संभाग के कुछ क्षेत्रों में अच्छी बरसात हो सकती है।
अगले तीन दिनों में उत्तरी छत्तीसगढ़ के अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री की क्रमिक गिरावट की संभावना जताई जा रही है, जबकि शेष भागों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होगा। वहीं, राजधानी में सोमवार को मौसम मेघमय रहने की संभावना है और देर शाम में बारिश होने की संभावना है।
इसके अलावा, प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है, जबकि एक दो स्थानों पर भारी से सीमांत बारिश होने की संभावना है। इसी बीच, रविवार को राजधानी में उमस ने लोगों को परेशान किया। वहीं, प्रदेश में सर्वाधिक तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस में धमतरी में दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस में दुर्ग में रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा, कुछ क्षेत्रों में बारिश भी हुई। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार प्रदेश में एक से लेकर पांच सेमी तक की वर्षा दर्ज की गई है।
इन क्षेत्रों में हुई बारिश
प्रदेश में सबसे अधिक पांच सेमी वर्षा चांपा में हुई। वहीं, पुसौर, जांजगीर, कुसमी, बलौदा, कवर्धा में दो सेमी, बसना, मरवाही, मालखरौदा, पंडरिया, पत्थलगांव में एक सेमी, जबकि अन्य कुछ क्षेत्रों में इससे भी कम वर्षा दर्ज की गई है।
यह बन रहा सिस्टम
गांगेय पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे झारखंड के ऊपर निम्न दबाव क्षेत्र बन रहा है और चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊंचाई पर स्थित है। इसके अगले 24 घंटे में उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। वहीं, एक द्रोणिका निम्न दबाव क्षेत्र से पूर्वी उत्तर प्रदेश तक औसत समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर फैला हुआ है।