बिलासपुर। शनिवार की सुबह, साइकिल चलाते स्कूल जा रहे भाई-बहन को तेज रफ्तार हाइवा ने टक्कर मार दी। इसके परिणामस्वरूप, दोनों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद, आक्रोशित लोगों ने चक्काजाम कर दिया। सिरगिट्टी पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
सिरगिट्टी क्षेत्र के नयापारा वार्ड नंबर 12 में निवास करने वाले लालू केवट एक किराना दुकान चलाते हैं। उनकी भांजी भावना केवट कक्षा दसवी में पढ़ती थी और उनका भाई आयुष केवट सिरगिट्टी के सरकारी स्कूल में कक्षा सातवी में पढ़ रहा था। रोज की तरह, दोनों भाई-बहन सुबह सात बजे साइकिल से बन्नाक चौक स्थित सरकारी स्कूल जा रहे थे। दोनों बच्चे पेट्रोल पंप के पास पहुँचते ही, वहाँ एक तेज रफ्तार हाइवा ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया, जिसके परिणामस्वरूप दोनों भाई-बहन की मौके पर ही मौत हो गई।
सड़क हादसे के तुरंत बाद, हाइवा के ड्राइवर ने फरार हो जाने का निर्णय लिया। हादसे में जान गंवाने वाले बच्चों के पिता की मौत कुछ साल पहले हो चुकी है। तब से बच्चे अपनी माँ के साथ मामा के घर पर रह रहे थे। घटना की खबर सबको पहुँचते ही, आसपास के लोग वहाँ जमा हो गए। पुलिस को इसकी सूचना मिली और उन्होंने तुरंत कार्रवाई की। परिवार के लोग और ग्रामीण समुदाय ने चक्काजाम लगा दिया। पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारों की गर्माहट बढ़ गई।
पंचर दुकान हटाने की मांग
आक्रोशित लोगों ने सफरीक़ क्षेत्र में स्थित टायर पंचर विनिर्माण दुकान को हटाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि यहाँ पर मोड़ के पास ही पंचर तैयार की दुकान है, जिसके कारण सभी वाहन यहाँ रुक जाते हैं, जिससे दूसरी ओर से आने वाले लोगों को वाहनों की आगमन दिशा का पता नहीं चल पाता है। इसके परिणामस्वरूप, इस तरह की हादसों की संभावना बढ़ जाती है।
वर्तमान में, ग्रामीणों के चक्काजाम को देखते हुए, थाना प्रभारी और तहसीलदार मौके पर पहुंचे हैं। परिवार के सदस्यों को समझने की कोशिश की जा रही है। आक्रोशित भीड़ पंचर दुकान को हटवाने, स्पीड ब्रेकर बनवाने, और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रही है।