रायपुर: भूपेश सरकार गोधन की बचात के लिए बचाने वाली है, पर बचाने की बजाय कसाई को बेचने की इच्छा? प्रदेश की भूपेश सरकार ने नरवा, गरवा, घुरवा, बारी योजना को शुरू किया है। इस योजना के तहत सरकार ने गांव और शहरों में गौशाला स्थापित कर आवारा घूमते हुए पशुओं की देखभाल की जा रही है। लेकिन इस बीच, रायपुर नगर निगम ने एक ऐसे विज्ञापन को जारी किया है जिसके कारण विवाद पैदा हो गया है। विपक्ष में स्थित भाजपा नेता ओपी चौधरी ने इस विज्ञापन के संदर्भ में सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, रायपुर नगर निगम ने स्थानीय समाचार पत्रों में एक सूचना प्रकाशित की है जिसमें बताया गया है कि भूपेश सरकार गोधन को कसाई को बेचने की इच्छा रख रही है। इस सूचना के अनुसार, फुंडहर गौठान में 15 दिनों से अधिक समय से बंद हुई गाय, बछिया और सांड की नीलामी की जाएगी। नीलामी की तारीख के रूप में 1 सितंबर को 3 बजे का समय निर्धारित किया गया है। इसके लिए बोली देने वाले संस्थान या व्यक्ति को 100 रुपये का शुल्क जमा करना होगा।
इसी दिशा में, भाजपा के नेता ओपी चौधरी ने इस विज्ञापन के संदर्भ में सरकार पर गंभीर आरोप उठाए हैं। ओपी चौधरी का विचार है कि सरकार गौवंश को कसाईयों को सौंपने की योजना बना रही है। आज कल यह देखना होगा कि चुनाव साल में रायपुर नगर निगम के इस विज्ञापन को कहीं चुनावी मुद्दे में बदल न जाए।