नई दिल्ली। रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त सावन मास के आखिरी दिन मनाया जाता है। इस बार 30 अगस्त को राखी का त्योहार आयोजित किया जाएगा। लेकिन इससे पहले झारखंड के धनबाद में भाई-बहन की शादी की खबर सामने आई है। दोनों की शादी अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है। यह बताया जा रहा है कि दोनों का दीर्घकालिक संबंध था और कल उन्होंने मंदिर में विवाह किया। रक्षाबंधन के दिन भद्रा नक्षत्र के कारण राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 30 अगस्त की रात्रि 9:02 से पूर्वाह्न 7:05 तक रहेगा। रक्षा बंधन का त्योहार सभी बहनों के लिए होता है, परंतु जिनके पास भाई नहीं होते, उन्हें निराश होने की आवश्यकता नहीं है। आइए जानते हैं कि जिन बहनों के पास भाई नहीं होते, वे किसे राखी बांध सकती हैं।
रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त, जिनके भाई नहीं होते, उन बहनों को आमतौर पर निराश होने की आवश्यकता नहीं होती। वास्तव में, भाई की अनुपस्थिति में आप नीम, बरगद, आंवला, केला, शमी और तुलसी के पौधों को राखी की तरह बांध सकते हैं। धार्मिक परंपराओं के अनुसार, आंवला, नीम और बरगद में त्रिदेव, अर्थात् ब्रह्मा, विष्णु, और महेश, का आवास माना जाता है। यदि आप इन पौधों को राखी की भांति बांधते हैं, तो तीनों देवताएँ अत्यंत प्रसन्न होती हैं। शमी के पौधे को राखी के रूप में बांधने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और आपकी रक्षा की वरदानी करते हैं। केले के पेड़ में भगवान विष्णु का आवास होता है। यदि आप केले के पौधों को राखी की तरह बांधते हैं, तो भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। अगर आप तुलसी को राखी के रूप में बांधते हैं, तो देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपको कभी आर्थिक क्षेत्र में कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता।
30 अगस्त को रहेगा भद्रा का साया-
यह प्रायः श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार आमतौर पर अगस्त महीने में पड़ता है। इस वर्ष, हिंदू पंचांग के अनुसार रक्षा बंधन 30 अगस्त को बुधवार को पड़ रहा है। हालांकि, 30 अगस्त को सुबह 10:58 बजे से रात 9:01 बजे तक भद्रा नक्षत्र का प्रभाव दिखाई देगा। भद्राकाल में राखी बांधना अशुभ माना जाता है। इस प्रकार, 30 अगस्त के 09:01 बजे के बाद ही राखी बांधना शुभ होगा।
क्या 31 अगस्त को पूरे दिन मनाया जाएगा रक्षाबंधन-
आप 31 अगस्त को भी रक्षाबंधन मना सकते हैं, हालांकि इस दिन पूरे दिन तक रक्षाबंधन का आयोजन नहीं किया जाएगा। इस दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त केवल सुबह 7:05 बजे तक होगा। इसका कारण यह है कि इस दिन पूर्णिमा का समय सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक ही रहेगा।