पखांजुर क्षेत्र में पूर्व भाजपा विधायक भोजराज नाग के खिलाफ नक्सलवादी समूह द्वारा एक जीवनापहरण की खतरनाक धमकी जारी की गई है। उन्हें आरोप लगाया जा रहा है कि वे धर्मांतरण के नाम पर दंगे भड़काने के काम में लगे हैं।
अंतागढ़ के पूर्व भाजपा विधायक और जनजाति सुरक्षा मंच के प्रदेश संयोजक, भोजराज नाग के खिलाफ नक्सलवादी समूह ने जीवन की समस्या को बढ़ावा दिया है। वे नक्सली गुट उनके आंदोलन को गलत दिशा में प्रस्तुत कर रहे हैं, और उन्हें धर्मांतरण के नाम पर दंगों का स्रोत बता रहे हैं, नक्सलवादी समूह ने अपने पर्चे में भोजराज नाग को आरएसएस का एजेंट माना है।
भोजराज नाग ने बताया कि सरकार ने हमारी सुरक्षा कैटेगरी को कम कर दिया है, पहले हम Z कैटेगरी के अंतर्गत आते थे और अब हम Y कैटेगरी में हैं। हम जो काम कर रहे हैं, वह हमारा धर्म है, और हम इसमें ईश्वर की सेवा कर रहे हैं। हम धर्मांतरण की लड़ाई लड़ रहे हैं, हमारा काम है यह करना। हमारी जाति और समुदाय प्रकृति का हिस्सा है।
भोजराज नाग, जनजाति सुरक्षा मंच के प्रदेश संयोजक, बताते हैं कि सरकार ने उनकी सुरक्षा कैटेगरी को घटा दिया है, पहले वे Z कैटेगरी में थे, अब वे Y कैटेगरी में हैं। उनका मानना है कि वह जो काम कर रहे हैं, वह भगवान की सेवा है, और धर्मांतरण की लड़ाई लड़ना उनका काम है। वे अपनी जाति और समुदाय को प्रकृति का हिस्सा मानते हैं।
भोजराज नाग, जनजाति सुरक्षा मंच के प्रदेश संयोजक, नक्सलवादी समूहों के द्वारा उन पर पर्चा जारी करने की धमकी के बारे में बता रहे हैं। वह कहते हैं कि धर्मांतरण के नाम पर दंगे भड़काने के आरोप में उनका नाम जुड़ा है। उनका कार्य केवल अपने धर्म का पालन करना है और वे उसे ईश्वर की सेवा मानते हैं। उन्होंने बताया कि वे जिस समुदाय से आते हैं, वह समुदाय प्रकृति का हिस्सा है
भोजराज नाग, जनजाति सुरक्षा मंच के प्रदेश संयोजक, लगातार धर्मांतरण के खिलाफ उत्तर बस्तर डिविजन के नक्सलवादी सचिव सुखदेव कोड़ों और पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी के लिए धमकी प्राप्त कर रहे हैं, साथ ही आरएसएस (रिसर्च और इंटेलिजेंस एजेंसी) प्रमुख मोहन भागवत पर भी धमकी दी गई है।