अंबिकापुर। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बलरामपुर पुलिस ने ग्राम खेल समितियों के माध्यम से वालीबाल मैच का आयोजन करके एक विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया है। बलरामपुर पुलिस ने ध्वजारोहण के उपरांत एक ही समय में 325 गांवों में वालीबाल मैच का आयोजन किया, जिसमें कुल 650 टीमें शामिल थीं। इस महासंघ मैच में कुल 3900 खिलाड़ियों ने भाग लिया। इस प्रक्रिया को ‘गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में दर्ज किया गया है।
गोल्डन बुक आफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिष्ठित प्रतिनिधि ने मेडल और प्रशस्ति पत्र दिया। इस महत्वपूर्ण आयोजन की तैयारी बलरामपुर पुलिस द्वारा पिछले कई दिनों से की जा रही थी। इस कार्यक्रम के लिए जिले के सभी थाना और पुलिस चौकी क्षेत्रों में कुल 325 गांवों में ग्राम खेल समितियों का गठन किया गया था।
इन समितियों में प्रत्येक गांव में 15 से 20 युवा सदस्यों को शामिल किया गया था। इन समितियों के लिए खेल सामग्री का वितरण बलरामपुर पुलिस के अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह द्वारा किया गया था। इसमें वालीबाल, नेट, और गणवेश शामिल थे। इसके साथ ही, 50 ऐसे गांव भी थे जिनमें फुटबॉल के प्रति उत्साह था, उन्हें फुटबॉल और इससे जुड़ी खेल सामग्री प्रदान की गई थी।
बलरामपुर पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने व्यक्तिगत रूप से विभिन्न थाना क्षेत्रों में जाकर ग्राम खेल समितियों को खेल सामग्री वितरित की थी। स्वतंत्रता दिवस के दिन ध्वजारोहण के बाद गांवों में मैच आयोजित किए गए। पुलिस ग्राम खेल समिति के माध्यम से 325 गांव से 650 टीमों तक कुल 3900 खिलाड़ियों ने इन मैचों में भाग लिया। ये सभी स्थानों से फोटो और वीडियो भी आए हैं।
गोल्डन बुक आफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों ने गांव-गांव में जाकर आयोजन का निरीक्षण किया। एक ही दिन और एक ही समय में एक साथ वालीबाल मैचों के कारण यह आयोजन ‘गोल्डन बुक आफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में दर्ज किया गया है। बलरामपुर पुलिस के अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने वर्ल्ड रिकॉर्ड को बलरामपुर के निवासियों के लिए समर्पित किया है।
पुलिस अधिकारी, कर्मचारी, और ग्राम खेल समिति के सभी खिलाड़ियों को और बलरामपुर के निवासियों को बधाई दी जाती है। रक्षित केंद्र, बलरामपुर के पैरेड ग्राउंड में, कलेक्टर बलरामपुर आर एक्का, जिला पंचायत के सीईओ रैना जमील के साथ, पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के साथ, पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच वालीबाल मैच खेला गया।
वालीबाल मैच में शामिल होकर, गोल्डन बुक आफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड का श्रेय सोनल शर्मा के द्वारा बलरामपुर पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह को सौंपा गया। इस आयोजन के दौरान, प्रत्येक गांव से एक अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष, एक आयोजन पर्यवेक्षक, और पांच गांवों में एक पुलिस कर्मचारी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
आयोजन को सफलतापूर्वक आयोजित करने में ग्रामवासियों का महत्वपूर्ण सहयोग मिला। बलरामपुर जिले के वनांचल क्षेत्र में बालक, बूढ़े, महिलाएं और युवा लोगों को ग्राम खेल समिति के माध्यम से सीधे पुलिस से जोड़ने का प्रयास इस आयोजन के जरिए किया गया। इसके साथ ही, क्षेत्र में छिपी हुई प्रतिभाओं को प्रमोट करने का भी प्रयास किया गया।
बलरामपुर पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने बताया कि बलरामपुर जिले के गांवों में गठित खेल समितियों में उन युवाओं को शामिल किया गया है जो खेलों से जुड़े हुए हैं। उनकी सहभागिता से गांव के अन्य युवाओं में भी उत्साह उत्पन्न होगा। इससे युवाओं के बीच प्रेम, सद्भावना, और टीम स्पिरिट के गुणों का विकास होगा। युवाओं के बीच भटकाव की स्थिति नहीं रहेगी, क्योंकि पुलिस के साथ उनका संबंध और निकटता से उनका मनोबल भी मजबूत होगा।
युवा शक्ति की सहयोग से रचनात्मक गतिविधियों में गांवों का माहौल भी परिवर्तित होगा। इस आयोजन के माध्यम से सामुदायिक पुलिसिंग को प्रोत्साहित किया गया है। अब पुलिस की पहुंच दूरस्थ गांवों तक भी आसान हो गई है। पुलिस का सूचना तंत्र भी मजबूत हो गया है।
पुलिस के साथ जुड़कर, गांवों में आवास करने वाले युवा शक्तियाँ सकारात्मक वातावरण बनाने में मदद करेंगी। यह सहायक होगा कि शांति, सुरक्षा और कानूनी व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। पुलिस इन युवाओं को माध्यम बनाकर असामाजिक और अपराधिक गतिविधियों को रोकने में भी सफल होगी।