बिलासपुर: सरकंडा क्षेत्र में स्थित बहतराई-बिजौर के बीच मुरुम खदान में एक दुखद घटना घटी है, जिसमें टिकरापारा और लिंगियाडीह गाँव में निवास करने वाले दो बच्चों की असमय मौत हो गई है। शवों को बाहर निकालकर स्वजनों ने सिम्स मेडिकल कॉलेज के पास पहुंचाया है। इस घातक हादसे की जानकारी पुलिस को भी पहुंच गई है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर चीरघर में रख दिया है। आगामी सोमवार को स्थानीय पुलिस शवों की निर्माणाधीन स्थिति की जाँच करेगी।
बहतराई-बिजौर के बीच स्थित मुरुम खदान में एक दुखद समाचार सामने आया है, जिसमें दो बच्चों के डूबने की खबर है। वास्तव में, रविवार की शाम को टिकरापारा में निवास करने वाले रवि अहिरवार ने अपने 12 वर्षीय बेटे अभिषेक को अपने रिश्तेदार के घर, लिंगियाडीह, बुलवाया। वहां से वे दिलीप अहिरवार के बेटे ईशान (12) के साथ घूमने निकले। लेकिन इसके बाद स्थानीय लोगों को पता चला कि दोनों बच्चे बहतराई और बिजौर के बीच स्थित मुरुम खदान में डूब गए हैं।
इसके बाद स्थानीय लोग अचानक उस स्थान पर पहुँच गए, और उन्होंने वहां पहुँचकर अपने स्वजनों के साथ गहरे पानी से डूबे हुए दोनों बच्चों को तत्काल बाहर निकाला। यहाँ से उन्होंने दोनों बच्चों को त्वरित रूप से सिम्स मेडिकल कॉलेज ले जाया, जहाँ पर डॉक्टरों द्वारा जांच कर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद उनके शवों को शव चीरघर भेज दिया गया। घटना की जानकारी पर सरकंडा पुलिस ने मामला दर्ज किया है और सोमवार की सुबह शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके साथ ही, स्वजन से वार्तालाप करके घटना की और जानकारी प्राप्त की जाएगी।
अवैध घाट बने जानलेवा
17 जुलाई को पिछले हफ्ते में ग्राम सेंदरी में एक दुखद घटना घटी, जिसमें तीन बहनें अर्पण करने के लिए अर्पा नदी में नहाने गई थीं। दुर्भाग्यवश, इसके दौरान अवैध रेत घाट में बने डूबने से तीनों बहनों की अपने प्राणों की हानि हो गई। यह घटना बहुत बड़ा हड़कंप मचाने वाली थी। गुस्से में आए ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया था।
पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों की तत्परता से पहुंचकर आनन-फानन में मौके पर पहुंचने से ग्रामीणों को शांत करने में मदद मिली। अवैध रेत घाट के साथ ही, अवैध मुरुम घाट भी जानलेवा साबित हो रहे हैं। इसके अलावा, बिलासपुर शहर के पास स्थित अशोक नगर मुरुम खदान, चकरभाठा, बिल्हा, कोटा, और बेलगहना में भी मुरुम के खदान हैं, जहां गहरे गड्ढे बन गए हैं। ये गड्ढे इतने गहरे हैं कि दूर से देखने पर वे तालाब की तरह दिखते हैं।
कांग्रेस नेता के खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं
मृत बच्चियों के परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस के नेता राजेंद्र साहू और उनके रिश्तेदार नदी के किनारे लगातार अवैध तरीके से रेत की अवैध उत्खनन कर रहे हैं। घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों ने अधिकारियों से इस मामले में कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन इसके बावजूद, अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है।