कोविड-19 एरिस वैरिएंट। दुनिया ने अब तक कोरोना महामारी की तीन लहरें देखी है, लेकिन कोरोना वायरस के एक नए वैरिएंट ने एक बार फिर सिर उचुकने दिया है। यूके में हाल ही में हुई घटनाओं से कोरोना वायरस के ‘एरिस वैरिएंट’ के मामलों में वृद्धि दिखाई दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एरिस वैरिएंट के फैलाव पर चिंता व्यक्त की है। हालांकि, यह भी जानकारी सामने आई है कि कोविड-19 का नया वैरिएंट पिछले सभी वैरिएंटों की तुलना में अधिक गंभीर नहीं है।
10 जुलाई सबसे पहले मिली जानकारी
ब्रिटेन में Eris वेरिएंट के बारे में सबसे पहले जानकारी 10 जुलाई को सामने आई थी। इसके बाद, इस नए वेरिएंट पर लगातार नजर रखी जा रही थी। ताज़ा डेटा से पता चलता है कि Eris वेरिएंट से संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) के मुताबिक, Eris वेरिएंट ओमिक्रॉन वायरस के वंशज माना जाता है, और इसलिए इसे EG.5.1 भी कहा जाता है। यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, यूके में होने वाले 7 नए कोविड मामलों में से एक मामला Eris वेरिएंट का ही है। इसके अलावा, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी निगरानी के तहत वेरिएंट की सूची में EG.5.1 को शामिल किया है।
Eris Variant: संक्रमित में दिखते हैं ये लक्षण
- बहती नाक
- सिर दर्द
- थकान (हल्की या गंभीर)
- छींक आना
- गला खराब होना
Eris Variant से खुद को ऐसे बचाएं
- कोरोना वैक्सीन जरूर लगवाएं।
- हाथों को हमेशा साबुन या सेनिटाइजर से साफ करते रहें।
- भीड़भाड़ वाले इलाकों से बचना चाहिए।
- मास्क लगाकर रखें और शारीरिक दूरी का पालन करें।
- खांसते या छींकते समय मुंह और नाक ढक लें
- सामान्य फ्लू के लक्षण दिखने पर अपना कोविड-19 टेस्ट जरूर कराएं।
- तत्काल खुद को आइसोलेट कर लें।