रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के गुढि़यारी थाना पुलिस ने एक साल पहले क्षेत्र में हुए डाक्टर की पत्नी की हत्या की गुत्थी सुलझा दी है। इस घटना में मृतका देवशाह (29) की हत्या का आरोप उनके डॉक्टर पति लक्ष्मी सागर पर लगा था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने डीएनए रिपोर्ट के आधार पर उसको गिरफ्तार किया है। इस घटना के समय मृतका के नाखून में आरोपी के टिशू मिले थे, जिसे डीएनए के लिए भेजा गया था, और वहां से हत्या करने की पुष्टि हुई। पुलिस अभी भी उससे मौत की वजह पूछ रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि घटना के समय दोनों के बीच किसी बात पर विवाद हुआ था, जिसके बाद आक्रोशित डॉक्टर ने पत्नी की हत्या कर दी। हालांकि, अब भी वह पुलिस को सही जानकारी देने से बच रहा है। इस पूरी घटना का समय 25 जून 2022 को जनता कालोनी में हुआ था।
यह था पूरा मामला :
25 जून 2022 को गुढ़ियारी पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि जनता कालोनी गुढ़ियारी में स्थित मकान नंबर जे 709 में एक महिला की मृत्यु हो गई है, जो संदिग्ध प्रतीत हो रही है। इस पर गुढ़ियारी पुलिस टीम ने उक्त स्थान पर जाकर मकान के कमरे में जांच की, जहां मृतका देवशाह का शव पलंग पर चित अवस्था में पड़ा था और संदिग्ध प्रतीत हो रहा था। पुलिस टीम ने शव का पोस्टमार्टम कराया, जिसमें डॉक्टर ने मृतका की मृत्यु दम घुटने से होने की बात बताई। इस पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया।
हत्या की घटना को वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा गंभीरतापूर्वक लिया जा रहा था, और इसलिए थाना प्रभारी गुढ़ियारी को निर्देशित किया गया था कि अज्ञात आरोपी की पतासाजी करके उसे गिरफ्तार करें। टीम के सदस्यों ने मृतका के पति लक्ष्मी सागर शाह के साथ विस्तृत पूछताछ की, साथ ही मृतका के परिवार और आस-पास के लोगों से भी जानकारी ली।
टीम के सदस्यों के मुताबिक, मृतका के पति लक्ष्मी सागर से पूछताछ करने पर वह बार-बार अपना बयान बदलता रहा और टीम को गुमराह करने की कोशिश करता था। यह उसका बहुत ही शातिर किस्म का कृत्य था। लक्ष्मी सागर के गले पर खरोंच व चोट के निशान भी थे। अबाज़ गले के दोनों तरफ चोट के निशान पाए जाने के कारण टीम के सदस्यों में उस पर पुख्ता शक हो रहा था। लेकिन सबूत की कमी के कारण उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी।
आरोपित की यह तीसरी पत्नी :
मृतिका के शव के पोस्टमार्टम के दौरान डॉक्टर ने मृतका के हाथ के नाखून से मिले संदेहजनक टिशू को सुरक्षित रखा गया था। इस टिशू को डीएनए टेस्ट के लिए विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया था। रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने टिशू को लक्ष्मी सागर शाह के डीएनए से मिलाने की पुष्टि की, जिसके आधार पर गुढ़ियारी पुलिस ने मृतका के पति डॉ. लक्ष्मी सागर को गिरफ्तार किया। आरोपी को डीएनए से नार्को टेस्ट करवाने के लिए ले जाने की कोशिश की गई थी, लेकिन उसके हार्ट की समस्या के कारण वह टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं हुआ।
आरोपी लक्ष्मी सागर की देवशाह तीसरी पत्नी थी। पहली पत्नी से उसे तलाक देना पड़ा था। इसके बाद उसने दूसरी शादी की। दूसरी महिला के घरवालों को जब पता चला कि डॉक्टर के खिलाफ दहेज प्रताड़ना सहित अन्य केस चल रहे हैं, तो वे उसे अपने साथ ले गए। इसके बाद लक्ष्मी सागर ने देवशाह के साथ शादी की। आरोपी डॉक्टर बीएमएस है और वह जनता कालोनी में एक प्राइवेट क्लीनिक चलाता है।