सुकमा। सुकमा समाचार: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक आदिवासी छात्रा के साथ दुष्कर्म के मामले में पुलिस आज बड़ा राजफ़ाश कर सकती है। एसपी किरण चव्हाण सुबह 11.30 बजे इस घटना के संबंध में पत्रकार वार्ता करेंगे।
पोटाकेबिन छात्रावास में आधी रात अज्ञात ने किया दुष्कर्म
बच्चों के लिए शिक्षा के मंदिर पोटाकेबिन में शनिवार की रात अधर्म हो गया, जब पहली कक्षा की छात्रा से किसी अज्ञात आरोपी ने घुसकर दुष्कर्म किया। पुलिस के अनुसार एर्राबोर थाना क्षेत्र के एक 500 सीटर आवासीय छात्रावास पोटाकेबिन में पहली कक्षा की छह वर्षीय छात्रा सो रही थी, तब रात करीब 12 बजे एक अज्ञात आरोपी पोटाकेबिन में घुसा और सोती हुई मासूम को कंधे में उठाकर बरामदे में ले जाकर उससे दुष्कर्म किया।
मामला प्रकाश में आने के बाद स्थानीय विधायक और मंत्री कवासी लखमा के निर्देश पर आश्रम अधीक्षिका हिना खान और सह अधीक्षिका सविता वर्मा को निलंबित कर दिया गया है। पोटाकेबिन की छात्राएं पुलिस को बताईं कि रात में पीड़िता की चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर वे सभी उठ गईं।
छात्राओं ने अधीक्षिका को दी घटना की जानकारी
उन्होंने आरोपी को दूर से भागते हुए देखा, पर अंधेरे में कुछ भी साफ दिखाई नहीं दिया। पीड़िता उस समय रोते हुए उन्हें मिली। छात्राएं ने पोटाकेबिन में अधीक्षिका के आवास पहुंचकर उन्हें उठाया और घटना की जानकारी दी। तब पीड़िता ने घटना के बारे में कुछ भी नहीं बताया था।
सोमवार को स्वजन पोटाकेबिन पहुंचे तो उसने दर्द होने की बात बताई। उसके बाद स्वजन उसे डॉक्टर के पास ले गए, जहां डॉक्टर ने पीड़िता की प्राथमिक जांच की है। जांच में दो दिन की देरी होने से अब इसकी फोरेंसिक जांच भी की जा रही है। डॉक्टर की जांच के आधार पर सोमवार की देर शाम स्वजन ने अधीक्षिका के साथ अज्ञात आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है।
मामले की जांच के लिए आठ सदस्यीय टीम का गठित
घटना की जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है और एसपी किरण चव्हाण ने घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रकरण की विवेचना के लिए एएसपी गौरव मंडल के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम का गठन किया है। मंगलवार को टीम ने पोटाकेबिन पहुंचकर कई घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान आश्रम में किसी को भी प्रवेश करने पर रोक लगा दिया गया है।
इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद मंगलवार को आश्रम में पढ़ रही बच्चियों को लेने पहुंचे हैं। नई दुनिया से चर्चा में भाजपा और सीपीआई के नेताओं ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो।
जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने कहा है कि ऐसी घटनाओं की जितनी निंदा कि जाए, कम है। इस प्रकरण में पुलिस को त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषी को तुरंत पकड़ कर सलाखों के पीछे पहुंचाने की जरूरत है। अधीक्षिका के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग सर्व आदिवासी समाज के प्रमुखों ने इस प्रकरण को लेकर एक बैठक की है।
समाज प्रमुख रामदेव बघेल, उमेश, और रामदेव ने कहा है कि इस प्रकरण में अधीक्षिका भी दोषी है, जिस पर कार्रवाई की जानी चाहिए। दोषी को पकड़कर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सके।