रायपुर। बोर्ड परीक्षा की तैयारी के टिप्स: रसायन में सवालों को हल करने के लिए उन्हें अच्छी तरह समझना अत्यंत आवश्यक है। परीक्षा की तैयारी के दौरान उम्मीदवारों को चित्रों और समीकरणों की सहायता से आवर्त सारणी की अवधारणाओं को समझने का प्रयास करना चाहिए। सरस्वती शिशु मंदिर, रोहणीपुरम स्कूल की शिक्षिका विनीता पांडेय ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि आवर्त सारणी की गहन समझ विकसित करना आवश्यक है। इसके माध्यम से कई सवालों का समाधान किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं को समान तत्वों और यौगिकों की सूची बनाएं और एक समूह के रूप में अध्ययन करें। संख्यात्मक सवालों का अभ्यास करें। कई रासायनिक क्रियाएं समीकरण सूत्र शब्दावली होती हैं। इन्हें याद करने के लिए सभी रासायनिक क्रियाओं की सूची बना लें। इसके बाद संबंधित संख्यात्मक सवालों का अभ्यास करें। नियमित रूप से मॉक टेस्ट हल करें, जिन संख्यात्मक सवालों को हल करने में ज्यादा समय लग रहा है। उनका अधिक अभ्यास करें।
सूत्रों को एक पेज में लिखकर फ्लैश कार्ड बना लें
इलेक्ट्रोकैमिस्ट्री, केमिकल काइनेटिक्स, साल्यूशन सालिड स्टेट और सर्फेस केमिस्ट्री महत्वपूर्ण टॉपिक हैं। परीक्षार्थियों को एल्डिहाइड, जैविक अणु, नाइट्रोजन युक्त कार्बनिक यौगिक, कीटोन संबंधी टॉपिकों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इनसे संबंधित क्रियाओं और सूत्रों को एक पेज में लिखकर फ्लैश कार्ड बना लेना चाहिए। इसे दीवार या टेबल के पास चिपका लेना चाहिए। इस तरह रोज महत्वपूर्ण टॉपिकों का रिवीजन किया जा सकता है। छात्र पिछले साल के प्रश्न पत्र और सैंपल पेपर हल करके महत्वपूर्ण विषयों का पता लगा सकते हैं।
उत्तर सटीक भाषा में लिखें
पिछले सालों के प्रश्न पत्रों का अध्ययन करके महत्वपूर्ण पाठ को दोहराते रहें, जो प्रश्न अच्छे से याद हों, उन्हें पहले ही हल करना चाहिए। बहुविकल्पीय प्रश्नों को सबसे पहले हल करना चाहिए। उत्तर को सरल, सूक्ष्म और सटीक भाषा में लिखना चाहिए।
इन बातों का भी रखें ध्यान
प्रश्नों को शुरू में ध्यान पूर्वक पढ़कर उनके नंबरों को देखकर हल करना चाहिए। इससे बच्चों से बड़े प्रश्न नहीं छूटेंगे और नंबर भी ज्यादा प्राप्त होने की संभावना रहेगी। साथ ही, ब्लूप्रिंट महत्वपूर्ण स्थान रखता है। ब्लूप्रिंट के आधार पर ही किस पाठ से किस प्रकार के प्रश्न आ रहे हैं, उसी प्रकार बच्चों को पाठों का अध्ययन करना चाहिए। बच्चे प्रश्न पत्र बनाकर मूल्यांकन करें। इससे तैयारी भी अच्छी होगी और परीक्षा में भी अच्छे नंबर मिलने की संभावना रहेगी।